दक्षिण जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सत्यता की जांच की जा रही है। ये देखा जा रहा है कि कागजात पर हस्ताक्षर व मुहर उनकी है या फिर गिरोह के आरोपियों ने उनके फर्जी हस्ताक्षर व मुहर लगाई है।
दक्षिण जिला पुलिस ने अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों के लिए भारत के वैध फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह के पर्दाफाश मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक महेंद्र गोयल व उनके कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी रोहित कालरा से सोमवार को कई घंटे पूछताछ की।
दोनों को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था। दक्षिण जिला पुलिस ने इस मामले में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूएआईडीआई) से एक बार फिर जानकारी मांगी है। पुलिस को गिरोह के आरोपी अफरोज के लैपटॉप से विधायक के हस्ताक्षर व मुहर लगे 26 से ज्यादा कागजात मिले हैं।
दिल्ली पुलिस मुख्यालय में बैठने वाले एक अधिकारी ने बताया कि फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का आरोपी अफरोज रोहिणी में कर्नाटक बैंक स्थित आधार केंद्र में आधार कार्ड बनाने की नौकरी अनुबंध पर कर रहा था। ये 4000 रुपये लेकर एक फर्जी आधार कार्ड बनाता था। अधिकारी ने बताया कि जब दक्षिण जिले के एएटीएस ने जांच के दौरान अफरोज के लैपटॉप को खंगाला, तो काफी फर्जी कागजात मिले।
इन कागजात पर विधायक महेंद्र गोयल के हस्ताक्षर व मुहर लगी हुई है। इस कारण आप विधायक व उनके कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी रोहित कालरा को साकेत के पुष्प विहार स्थित एएटीएस के कार्यालय में सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया था। 50 से ज्यादा सवाल पूछे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, विधायक के हस्ताक्षर व मुहर लगे जो कागजात मिले हैं, उनमें कुछ बांग्लादेशियों के बताए जा रहे हैं।
सत्यता की जांच की जा रही
दक्षिण जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सत्यता की जांच की जा रही है। ये देखा जा रहा है कि कागजात पर हस्ताक्षर व मुहर उनकी है या फिर गिरोह के आरोपियों ने उनके फर्जी हस्ताक्षर व मुहर लगाई है। पुलिस आरोपी अफरोज के लैपटॉप व कागजात को फोरेंसिक जांच के लिए भेज रही है।
आधार कार्ड को अपडेट कराने वाले कागजात मिले
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अफरोज के लैपटॉप से आधार कार्ड को अपडेट कराने वाले कागजात मिले हैं। गिरोह बांग्लादेशियों के 18 वर्ष से कम उम्र के आधार कार्ड बनाता था। इस तरह के आधार कार्ड बनाने के दिल्ली में चार केंद्र हैं। कुछ समय बाद इन आधार कार्ड को अपडेट कराने के नाम पर बड़ी उम्र का बना लिया जाता था।