पहले नरेंद्र मोदी को देश का विभाजनकारी नेता बताने वाली अंतरराष्ट्रीय टाइम मैगजीन ने लोकसभा चुनावों 2019 में बीजेपी की अपार सफलता के बाद यू-टर्न लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमकर तारीफ की गई है.
इसमें कहा गया है कि जिस तरह पीएम मोदी ने देश को जोड़ा, वैसा दशकों में कोई और नहीं कर पाया. पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में उनकी नीतियों की तमाम आलोचनाओं और उसके बाद मैराथन लोकसभा चुनावों के बावजूद पिछले पांच दशकों में उन्होंने जिस तरह मतदाताओं को जोड़ा, वैसा पिछले पांच दशकों में नहीं हुआ. इससे पहले 1971 के चुनाव में तत्कालीन प्रधानमंत्री की लगातार दूसरी बार ताजपोशी हुई थी. पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए ने इस बार कमोबेश 50 प्रतिशत राष्ट्रीय वोट हासिल किया है.इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दूसरे कार्यकाल के लिए गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में शपथ ग्रहण करेंगे. पीएम मोदी कल शाम 7 बजे शपथ ग्रहण करेंगे. उनके साथ 65 से 70 मंत्री भी शपथ लेंगे.
बिम्सटेक देशों के सभी नेताओं को किया गया आमंत्रित- उल्लेखनीय है कि बिम्सटेक देशों के सभी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के लिए आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की पुष्टि कर दी है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और किर्गीस्तान के राष्ट्रपति एस जीनबेकोव ने भी कार्यक्रम में शिरकत करने को लेकर अपनी सहमति दे दी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना और नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लेने की पुष्टि की है. म्यामां के राष्ट्रपति यू विन मिंट और भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि वे इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. कुमार ने कहा कि थाईलैंड की ओर से विशेष दूत ग्रिसाडा बूनरैक समारोह में अपने देश का प्रतिनिधित्व करेंगे. भारत के अलावा बिम्सटेक में बांग्लादेश, म्यामां, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं. मोदी ने 2014 में शपथ ग्रहण समारोह के लिए पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सहित सभी दक्षेस नेताओं को आमंत्रित किया था. बृहस्पतिवार के समारोह के लिए बिम्सटेक नेताओं को आमंत्रित किये जाने को पाकिस्तान को इस बात का संकेत भेजने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है कि भारत उसके साथ बातचीत नहीं करना चाहता है.
कौन बनेगा मंत्री- भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. मोदी मंत्रिमंडल में कौन-कौन मंत्री होंगे और किसको क्या मंत्रालय दिया जाए, इसको लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच 7 लोक कल्याण मार्ग पर लगभग 5 घंटे तक बैठक हुई थी. जानकारी के अनुसार, इस बैठक में पीएम मोदी- शाह ने बीजेपी और घटक दलों से बनने वाले मंत्रियों और उनके विभागों को अंतिम रूप दे दिया है. 30 मई को शपथ से पहले बनने वाले मंत्रियों को शपथ के लिए फोन जाएगा. इस बार कैबिनेट में अनुभव के अलावा युवा, क्षेत्रीय संतुलन, महिला, जातिगत संतुलन, आगामी विधानसभा चुनाव वाले राज्य और विशेषज्ञों का मिला-जुला रूप हो सकता है. हालांकि ये कहना अभी काफी मुश्किल है कि खुद अमित शाह भी मंत्रिमंडल में शामिल होंगे या नहीं. पीएम मोदी के अलावा मंत्रिमंडल में कौन-कौन शपथ लेंगे,