जिले के पथरिया ब्लॉक के करीब 80 से अधिक सरकारी स्कूलों की बिजली काट दी गई है। मार्च महीने की क्लोजिंग के चलते यह कार्रवाई बिजली कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर की गई। कारण है इन स्कूलों के द्वारा बकाया बिल जमा नहीं कराया गया। इस मामले में शिक्षा विभाग अपनी सफाई और समस्या बता रहे हैं तो वहीं बिजली कंपनी के अधिकारी भी अपनी मजबूरी और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की उदासीनता बयां कर रहे है।
मार्च का महीना चल रहा है और बिजली कंपनी को भी बकाया बिल की राशि वसूलने के लिए टारगेट दिया गया है। जिसके चलते दमोह के 80 सरकारी स्कूलों में यह कार्रवाई की गई है। सरकारी स्कूलों की बिजली कट होने के संबंध में विकासखंड शिक्षा अधिकारी आरके खरे से संपर्क किया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। इसके बाद उनके कार्यालय के मुख्य लिपिक एमके शांडिल्य से बात की। उन्होंने बताया कि चार बिल ट्रेजरी में भुगतान के लिए भेज दिए हैं, बाकी बंटन ना मिलने के कारण बिल जमा नहीं हो पा रहे। क्योंकि बिजली कंपनी ने कनेक्शन काट दिए हैं, इसलिए एसडीएम को भी पत्र लिखकर जानकारी दी जा रही है। लिपिक ने बताया कि उनके कार्यालय का भी कनेक्शन बिजली कंपनी के द्वारा काट दिया गया है।
बीईओ के द्वारा कोई सहयोग नहीं
इसके बाद बिजली कंपनी के जेई सुनील पांडे से बात की। उन्होंने बताया कि करीब साढ़े छह लाख रुपया बिजली बिल बकाया है। बिल जमा करने के लिए विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हमारे कर्मचारियों ने कई बार संपर्क किया, उन्हें बिल भिजवाए गए, लेकिन बीईओ के द्वारा कोई सहयोग नहीं दिया गया और वो टाला मटोली करते रहे। उन्हें यह भी बताया गया कि मार्च क्लोजिंग का समय चल रहा है, इसलिए बिलों का भुगतान करना आवश्यक होगा, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। दो दिन पहले वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मीटिंग थी, जहां से उन्हें निर्देश दिए गए कि जिन स्कूलों का बिल बकाया है, उनके कनेक्शन काट दिया जाए और इसी के तहत यह कार्रवाई की गई है।