लंबे अरसे बाद भारत ने एक बार फिर दक्षिण अमेरिकी देशों के साथ अपने रिश्तों पर ज्यादा ध्यान देना शुरू किया है। भारत यात्रा पर आए ब्राजील के विदेश मंत्री मौरो विएरा के साथ विदेश मंत्री एस. जयशंकर की मुलाकात हुई और दोनों की अगुआई में नौवें भारत-ब्राजील संयुक्त आयोग की बैठक हुई।
शाम को दक्षिण अमेरिका के एक अहम देश चिली के विदेश मंत्री अल्बर्टो वान क्लावेरेन नई दिल्ली पहुंचे। उनकी व जयशंकर की अगुआई में बुधवार को भारत-चिली संयुक्त आयोग की बैठक होगी। इसी महीने विदेश राज्यमंत्री पबित्र मार्गेरिटा ने इस क्षेत्र के पनामा, ग्वाटेमाला, अल-सल्वाडोर और डोमिनिक रिपब्लिक की यात्रा की है।
विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा
ग्वाटेमाला और अल-सल्वाडोर के विदेश मंत्रियों व राष्ट्रपतियों ने विदेश राज्यमंत्री से अलग से मुलाकात की। जो बताता है कि ये देश भी भारत के साथ आर्थिक व कूटनीतिक रिश्तों को मजबूत बनाने को तत्पर हैं। भारत-ब्राजील संयुक्त आयोग की बैठक के बाद जयशंकर ने बताया, ‘द्विपक्षीय संबंधों में आर्थिक, रक्षा, ऊर्जा व बायोफ्यूल, स्वास्थ्य, कृषि, अंतरिक्ष, कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर बात हुई है। इसके अलावा वैश्विक मुद्दे, ब्रिक्स, आइबीएसए (भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका का संगठन), जी-20 भी चर्चा का केंद्र में था।’
ब्राजील कर रहा है जी-20 की अगुआई
इस बार जी-20 बैठक की अगुआई ब्राजील कर रहा है। इसकी शीर्ष बैठक 18-19 नवंबर, 2024 को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में होगी। प्रधानमंत्री मोदी के इस बैठक में हिस्सा लेने की संभावना है। जयशंकर बुधवार को भारत-चिली संयुक्त आयोग बैठक की भी सह-अध्यक्षता करेंगे। इसमें हिस्सा लेने के लिए चिली के कृषि मंत्री इस्टेबान वैलेनजुएला भी भारत आ रहे हैं।