भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी के पूरे टूर्नामेंट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया था, वहीं उम्मीद लगाई जा रही थी कि टीम इंडिया फाइनल मुकाबले में भी पाकिस्तान को हराकर इतिहास रचेगी. लेकिन ऐसा ना हो सका. जिसके बाद अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. और सवाल उठने लाजमी भी हैं क्योंकि किसी भी क्रिकेट फैन ने टीम इंडिया से इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद नहीं की थी. चैंपियंस ट्रॉफी से पहले ही टीम को लेकर कई तरह की खबरें आईं थी, जिसमें कप्तान और कोच के बीच सबकुछ ठीक नहीं बताया जा रहा था.

आखिर क्यों नहीं था प्लान B?
फाइनल मुकाबले में इस बात का असर देखने को भी मिला. पाकिस्तान टीम शुरू से ही मैच में हावी रही, पहले बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों का पानी पिलाया तो फिर बाद में भारतीय बल्लेबाज भी कुछ खास नहीं कर सके. ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया के पास कोई प्लान ‘B’ ही नहीं हैं. बल्लेबाज लगातार बीट हो रहे थे, लेकिन फिर भी शॉट खेलने की कोशिश में आउट हो रहे थे. ऐसा ही गेंदबाजों के साथ भी हुआ, बॉलिंग के दौरान लगातार बदलाव करने का खामियाजा टीम को बड़े स्कोर के साथ भुगतना पड़ा.
टूर्नामेंट से पहले ही था मन-मुटाव
दरअसल, टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही ऐसी खबरें आ रही थी कि कप्तान विराट कोहली और कोच अनिल कुंबले में सबकुछ ठीक नहीं है. कहा जा रहा था कि कई खिलाड़ियों ने कुंबले के बर्ताव को लेकर शिकायत भी की है. कुंबले पर अपनी नीति थोपने का आरोप था, और खिलाड़ियों में कम विश्वास था. तभी से ही नए कोच की तलाश भी शुरू कर दी गई थी. जब तक टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही थी, तब तक तो सबकुछ ठीक था. लेकिन ऐसे प्रदर्शन के बाद सवाल उठने लाजिमी हैं.
बाद में बढ़ाया गया कार्यकाल
रिपोर्ट्स की मानें, तो कुंबले चाहते थे कि पूरी टीम मैच के दौरान अपनी जान झोंक दें, और इसी तरह प्रैक्टिस भी करे. कुछ खिलाड़ी उनके इसी रवैये से परेशान थे, टीम के कई खिलाड़ी रिलेक्स होकर टीम को चलने देना चाहते थे. जिससे विवाद गहराता गया. हालांकि इन सब विवादों के बीच भी कुंबले का कार्यकाल वेस्टइंडीज़ दौरे तक बढ़ा दिया गया था.
पाकिस्तान बना चैंपियन
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को करारी शिकस्त देकर पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब पर अपना कब्जा किया है. इसी के साथ ही भारत का तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का सपना भी चकनाचूर हो गया है. विराट कोहली की कप्तानी में आईसीसी का टूर्नामेंट खेल रही टीम इंडिया का फाइनल से पहले तक का सफर तो बेहद शानदार रहा, लेकिन खिताबी मुकाबले में टीम बिखर गई.
इसी तरह साल 2013 का चैंपियन भारत यह खिताब नहीं बचा पाया. पाकिस्तान ने भारत को जीत के लिए 339 रनों का लक्ष्य दिया था. जिसके जवाब में टीम इंडिया 30.3 ओवर में 180 रन पर ही ऑल आउट हो गई और पाकिस्तान की टीम ने मैच 180 रनों से अपने नाम कर लिया. भारत की ओर से हार्दिक पंड्या (76) के अलावा कोई बैट्समैन नहीं चला.पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद आमिर ने 3/16 विकेट, हसन अली ने 3/19 विकेट, शादाब खान ने 2/60 विकेट और जुनैद खान ने 1/20 विकेट लिया.
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