सोमवार को करीब 11 घंटे तक गायब रहे विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया ने एक दिन बाद मीडिया के सामने अपनी बात रखी. इस दौरान वह भावुक हो गए और उनका गला भी भर आया.
सोमवार देर शाम बेहोश हालत में मिले तोगड़िया ने कहा कि उनके एनकाउंटर की साजिश हो रही है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘मेरी आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है. मैं किसी से डर नहीं रहा हूं, लेकिन मुझे डराने की कोशिश हो रही है.’
माना जा रहा है कि तोगड़िया ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. वह इससे पहले भी केंद्र सरकार के खिलाफ बोलते रहे हैं. मंगलवार को तोगड़िया के भावुक होते ही अस्पताल में उनसे मिलने कुछ खास लोग पहुंचे. इसमें मोदी विरोधी खास तौर पर मौजूद रहे.
हार्दिक पटेल
तोगड़िया की प्रेस कॉन्फ्रेंस के कुछ देर बाद गुजरात में पाटीदार समुदाय के नेता हार्दिक पटेल उनसे मिलने पहुंचे. पटेल ने हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ हाथ मिलाया था. वह अपनी रैलियों, भाषणों और टिप्पणियों में पीएम मोदी को निशाना बनाते रहते हैं. मुलाकात के बाद हार्दिक ने कहा कि तोगड़िया के खिलाफ राजनीतिक साजिश हो रही है. उन्हें राम मंदिर, किसानों और युवाओं के मुद्दों पर बोलने के लिए निशाना बनाया जा रहा है.
पटेल ने कहा कि वह तोगड़िया की राजनीति से सहमत नहीं हैं, पर उनका सम्मान करते हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि तोगड़िया के खिलाफ पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह साजिश रच रहे हैं. हार्दिक ने कहा कि आज हिंदू खतरे में नहीं हैं, पर उनके नेता तोगड़िया जरूर खतरे में हैं.
डीजी वंजारा
गुजरात के पूर्व डीजीपी डीजी वंजारा भी प्रवीण तोगड़िया से मिलने पहुंचे. डीजी वंजारा ने कहा, ‘मेरे तोगड़िया के साथ काफी पुराने दोस्ताना संबंध रहे हैं. जब मुझे पता चला कि वह अस्पताल में भर्ती हैं तो मैं उन्हें देखने चला आया.’ हालांकि, उन्होंने कहा कि उनके यहां आने का दूसरा कोई मकसद नहीं है, पर उनकी इस मुलाकात को राजनीतिक चश्मे से भी देखा जा रहा है और राजनीति में बिना मकसद के कोई काम नहीं होता.
2013 में कई फर्जी एनकाउंटर के आरोप में सस्पेंड हुए डीजी वंजारा ने अपना इस्तीफा देने के दौरान मोदी को निशाने पर लिया था. उन्होंने कहा था, ‘मैंने अब तक शालीनता से चुप्पी ओढ़ी हुई थी. लेकिन अब मैं कह रहा हूं कि मेरे भगवान मोदी ने मुझे धोखा दिया है.’
अर्जुन मोढवाडिया
इन दोनों के अलावा कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया ने भी तोगड़िया से मुलाकात की. आपको बता दें कि मोढवाडिया ने ही हाल में गुजरात में हुए विधानसभा चुनावों में ईवीएम मशीन के ब्लूटूथ से कनेक्ट होने का शक जाताया था और चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी. मोढवाडिया 2012 में गुजरात कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे और नरेंद्र मोदी गुजरात के प्रधानमंत्री. तब मोढवाडिया ने मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और कहा था कि बंदर शेर को चुनौती दे रहा है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाुवक हुए तोगड़िया
इससे पहले, वीएचपी प्रमुख तोगड़िया ने मंगलवार सुबह को की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, ‘कुछ समय से मेरी आवाज दबाने की कोशिश हो रही है. मैं हिंदू एकता के लिए प्रयास करता रहा. कई वर्षों से हिंदुओं की जो आवाज थी, राम मंदिर-गोहत्या का कानून, कश्मीरी हिंदूओं को बसाने की मांग की.’
तोगड़िया ने कहा, ‘मेरे विरुद्ध कानून भंग के केस लगाए गए हैं, मुझे डराने की कोशिश की जा रही है. मकर संक्रांति के दिन राजस्थान पुलिस का काफिला मुझे गिरफ्तार करने के लिए आया था, यह हिंदुओं की मेरी आवाज दबाने का हिस्सा है.’