चक्रवाती तूफान रेमल को लेकर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ.माणिक साहा का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि राज्य और जिला प्रशासन चक्रवात से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। साथ ही उन्होंने राज्य के लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने का भी आग्रह किया है। बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ.माणिक साहा ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए अपनी बात साझा की है।
बंगाल की खाड़ी से आए चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ ने कल बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तट पर एंट्री ले ली। इस बीच त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ.माणिक साहा का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि राज्य और जिला प्रशासन चक्रवात से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
साथ ही उन्होंने राज्य के लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने का भी आग्रह किया है। बता दें, मुख्यमंत्री डॉ.माणिक साहा ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए अपनी बात साझा की है।
उन्होंने पोस्ट में लिखा है, “प्रिय त्रिपुरा निवासियों, आप जानते हैं कि चक्रवात ‘रेमल’ के प्रभाव के तहत, राज्य के विभिन्न जिलों में तूफानी हवाओं के साथ मध्यम से तेज बारिश होने की उम्मीद है। राज्य और जिला प्रशासन इस आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मैं राज्य के लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने की अपील करता हूं।”
चार जिलों में जारी किया था रेड अलर्ट
जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले भी त्रिपुरा सरकार ने भीषण चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ के मद्देनजर दक्षिण, धलाई, खोवाई और पश्चिम सहित चार जिलों में रेड अलर्ट जारी किया था।
साथ ही पड़ोसी राज्य असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी तूफान को लेकर चिंता जताई है। उनका कहना है, “चक्रवात रेमल का असर असम में भी आ सकता है। इसके लिए असम सरकार कई एहतियाती कदम भी उठा रही है।एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें स्टैंडबाय पर हैं, नियंत्रण कक्ष चालू हैं। हिमंत बिस्वा सरमा के कहे मुताबिक, नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए वो अपनी पूरी सरकार तैनात कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयोजित की बैठक
बता दें कि तूफान को देखते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को चक्रवात की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित की। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से स्थिति पर नजर रखने और चक्रवात के पहुंचने के बाद समीक्षा करने और बहाली के लिए जरूरी मदद करने को कहा।