धर्मशास्त्रों में प्रकृति पूजा का प्रावधान किया गया है। इसलिए समुद्र से लेकर नदी, सरोवर, पहाड़ों और पेड़-पौधों की पूजा का विधान किया गया है। प्रकृति की इस पूजा को हमारे संस्कारों से जोड़ा गया है।
वर्ष में कई मौके ऐसे आते हैं जब विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों की पूजा का शास्त्रों मे वर्णन किया गया है। इनमें आंवला नवमी, वट सावित्री जैसे पर्व प्रमुख है।
इसी तरह घर की चारदीवारी में कुछ पौधों को लगाने की बात कही है। इन पौधों से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार होता है और सुख-समृद्धि बनी होती है। अब बात करते है घर में लगाए जाने वाले शुभ पौधों की।
तुलसी के पौधे को घर के ईशान कोण में लगाने का प्रावधान है। तुलसी के पौधे से घर की आबोहवा शुद्ध होती है और घर रोगाणुओं से मुक्त होता है। तुलसी के पौधे को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है।