एजियन सागर में शुक्रवार को जोरदार भूकंप आया। इसके झटकों से तुर्की से ग्रीस तक की धरती कांप उठी। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.0 मापी गई। तुर्की में इमारतें गिरने से 12 लोगों की मौत हो गई। भूकंप के चलते घबराहट में लोग सड़कों पर निकल पड़े और इधर-उधर भागने लगे। इस्तांबुल और ग्रीक के समोस द्वीप में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। दोनों देशों में समुद्र में ऊंची लहरें उठने लगीं और तुर्की के इजमिर शहर के कई इलाकों में पानी भर गया।
तुर्की की सरकारी मीडिया ने आपदा और आपातकालीन प्रबंधन के अधिकारियों के हवाले से बताया कि 12 लोगों की मौत हो गई और 419 लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि कई जिलों में इमारतें गिरने और मलबे में लोगों के दबे होने की रिपोर्टें आ रही हैं। कई अन्य क्षेत्रों में भी संपत्तियों को आंशिक नुकसान की खबरें हैं। अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का कार्य जारी है। समोस द्वीप में दीवार गिरने से दो किशोरों की मौत हो गई।
इजमिर के मेयर टंक सोयर ने बताया कि राज्य में लगभग 20 इमारतों के गिरने की खबर है। इजमिर के गवर्नर ने बताया कि 70 लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाला गया। मेडिकल के छात्र इल्के साइड भूकंप के समय इजमिर के गुजेलबेक इलाके में थे। उन्होंने कहा कि मुझे भूकंप का बहुत अनुभव है। इसलिए शुरू में मैंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन, इस बार यह डरावना था। उन्होंने कहा कि कम-से-कम 25-30 सेकेंड तक झटके आते रहे।
भूकंप के बाद शुरुआती घंटों में अफरातफरा मच गई। लोग दहशत के चलते घरों और मीनारों से बाहर निकल आए हैं। दोनों ही देशों के प्रशासन पूरी तरह से सतर्कता और बचाव कार्य पर लगे हुए हैं। यूनान की मीडिया के अनुसार, भूकंप के दौरान सामोस और अन्य प्रायद्वीपों के निवासी अपने-अपने घरों से बाहर निकलकर भागे। इसके अलावा कई जगहों पर चट्टान गिरने की खबर भी मिली है।