तिरुपति मंदिर ने सरकार के फैसले से पहले Yes Bank से 1300 करोड़ रुपए निकाल लिए

Yes Bank के ग्राहकों के लिए गुरुवार देर शाम बुरी खबर आई कि सरकार ने निजी क्षेत्र के इस बैक पर 30 दिन की अस्थायी रोक लगा दी है। साथ ही खाताधारकों के लिए Withdrawal Limit यानी निकासी की सीमा 50 हजार रुपए तय कर दी है।

इसके बाद Yes Bank के ग्राहकों में हड़कंप मच गया। लोग रात में ATM पर पहुंचने लगे और पैसे निकालने की होड़ मच गई। देखते ही देखते ATM खाली हो गए।

ग्राहकों का कहना है कि उन्हें Yes Bank या सरकार की ओर से इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। इस तरह उनके लिए समस्या खड़ी हो गई है। कुछ लोगों का कहना है कि उनकी होली बिगड़ गई है। पढ़िए लाइव अपडेट –

– यस बैंक के संकट के बीच खबर है कि तिरुपति मंदिर ने सरकार द्वारा निकासी की सीमा 50 हजार तय किए जाने से पहले ही 1300 करोड़ रुपए निकाल लिए थे। तिरुपति मंदिर ट्रस्ट द्वारा यह कदम उठाया गया था। कहा जा रहा है कि ट्रस्ट को पहले ही भनक लग गई थी कि यस बैंक की स्थिति ठीक नहीं है।

– केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यस बैंक के खाताधारकों को भरोसा दिलाया है कि उनका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है। खबर है कि निर्मला सीतारमण जल्द ही इस बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी देगी।

– यस बैंक के सभी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन व चैक अटक गए हैं। साथ ही यस बैंक के खातों से जुड़े Bhim App, Phonepe ,Google App ने भी काम करना बंद किया।

एटीएम तो पहले ही खाली हो चुके हैं। इस बीच, आरबआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि समस्या का हल निकालने के लिए आपको बैंक और मैनेजमेंट को समय देना होता है, ताकि वे जरूरी कदम उठा सकें। हमने यही किया। आरबीआई ने जब देखा कि इससे काम नहीं हो रहा है तो दखल दिया।

शुक्रवार सुबह जब बैंक खुले तो बड़ी संख्या में लोग अपने पैसे निकालने के लिए पहुंचे। खासतौर पर मुंबई में बैंक की कई शाखाओं के बाहर लंबी कतारें नजर आईं।

मुंबई मुख्यालय वाले Yes Bank की स्थापना 2004 में हुई थी। जून, 2019 के अंत तक यह बैंक की पूंजी का आकार 3,71,160 करोड़ रुपए था। Yes Bank अगस्त, 2018 से संकट में है।

उस समय रिजर्व बैंक ने कामकाज का संचालन और लोन से जुड़ी खामियों की वजह से यस बैंक के तत्कालीन प्रमुख राणा कपूर को 31 जनवरी, 2019 तक पद छोड़ने को कहा था। उनके उत्तराधिकारी रवनीत गिल के नेतृत्व में बैंक ने दबाव वाली ऐसी संपत्तियों का खुलासा किया है, जिनकी जानकारी समय पर नहीं दी गई थी।

यस बैंक को जनवरी- मार्च, 2019 की तिमाही में पहली बार घाटा हुआ था। इस प्राइवेट बैंक ने शुरुआत में दो अरब डॉलर की पूंजी जुटाने की योजना बनाई थी। बाद में बैंक के निदेशक मंडल ने कनाडा के निवेशक एसपीजीपी ग्रुप-इर्विन सिंह ब्रायच के 1.2 अरब डॉलर के निवेश का प्रस्ताव ठुकरा दिया था।

सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नेतृत्व वाले बैंकों के समूह को पूंजी की तंगी का सामना कर रहे Yes Bank में निर्णायक हिस्सेदारी खरीदने की योजना को मंजूरी दे दी है।

सूत्रों के मुताबिक इसकी आधिकारिक घोषणा जल्द की जा सकती है। बता दें, निजी क्षेत्र का Yes Bank डूबे कर्ज (एनपीए) की गहरी समस्या से जूझ रहा है। यह बैंक नई पूंजी जुटाना चाहता है, लेकिन उसकी इस योजना में कई दिक्कतें आ रही हैं। मौजूदा संकट की वजह से Yes Bank ने अक्टूबर-दिसंबर, 2019 तिमाही के नतीजों की घोषणा टाल दी है। एनपीए बढ़ने की वजह से बैंक की सुरक्षित पूंजी नीचे आ गई है।

सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि सरकार ने Yes Bank को मुसीबत से निकालने की जिम्मेदारी एसबीआई की अगुवाई वाले बैंकों के समूह को सौंपी है।

इस तरह की रिपोर्ट्स को लेकर शेयर बाजारों को भेजे गए स्पष्टीकरण में एसबीआई ने कहा है कि वह बाजार नियामक सेबी नियमों के तहत इस बारे में घटनाक्रमों का खुलासा करेगा। बैंक ने कहा, ‘हम सेबी (एलओडीआर) नियमन, 2015 के नियम-30 के तहत शेयर बाजारों को किसी घटनाक्रम का खुलासा करने की समयसीमा का पालन करेंगे।’

 

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com