चीनी सेना के 18 लड़ाकू विमान, आठ युद्धक जहाज और दो अन्य जहाज ताइवान की सीमा के नजदीक रविवार सुबह छह बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक डटे रहे। इनमें से 15 विमानों ने ताइवान की सीमा को भी पार किया।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि चीनी सेना के लड़ाकू विमान और युद्धक जहाज उनकी सीमा के आसपास मंडरा रहे हैं। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि चीनी सेना के 18 लड़ाकू विमान, आठ युद्धक जहाज और दो अन्य जहाज ताइवान की सीमा के नजदीक रविवार सुबह छह बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक डटे रहे। इनमें से 15 विमानों ने ताइवान की सीमा को भी पार किया और ताइवान की वायु सीमा का उल्लंघन किया।
ताइवान ने भी तैनात की मिसाइलें और लड़ाकू जहाज
चीनी घुसपैठ के जवाब में ताइवान ने भी अपने लड़ाकू विमानों और युद्धक जहाजों को तटीय सीमा पर तैनात कर दिया है। साथ ही मिसाइल सिस्टम की भी तैनाती की गई है और हालात पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। इसके चलते दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है। गौरतलब है कि चीनी सेना द्वारा हाल के महीनों में कई बार ताइवान की सीमा में घुसपैठ की कोशिश की गई है। सितंबर 2020 के बाद ही चीन अपने ग्रे जोन रणनीति का इस्तेमाल कर रहा है। इसके तहत चीन के लड़ाकू विमान और युद्धक जहाज ताइवान की सीमा के पास मंडराते रहते हैं।
ताइवान का आरोप- चीन की आक्रामकता हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा
बीते हफ्ते भी चीन ने ताइवान की सीमा में घुसपैठ की थी, जिसके बाद ताइवान के विदेश मंत्रालय ने चीन की आलोचना करते हुए दूसरे देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय शांति का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। चीन के विमानों ने हाल ही में जापान की वायु सीमा का भी उल्लंघन किया था। ताइवान का आरोप है कि चीन लगातार चीन के पूर्वी सागर में युद्धाभ्यास कर, यथास्थिति को बदलने की कोशिश कर रहा है। ताइवान ने कहा कि चीन की आक्रामकता पूरे हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है।