तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान बुरेवी के चलते शुक्रवार को भारी बारिश का दौर जारी है, जिससे फसलें पानी में डूब गई हैं और कई शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में जलभराव हो गया है। रामनाथपुरम के निकट मन्नार की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र शुक्रवार को कमजोर हो सकता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने ट्वीट किया कि रामनाथपुरम जिले के तट के निकट मन्नार की खाड़ी के ऊपर गहरे दबाव का क्षेत्र अभी बना हुआ है। यह रामनाथपुरम से 40 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में है। ट्वीट में कहा गया कि यह उसी स्थान पर बना रहेगा और अगले 12 घंटे में कमजोर हो कर दबाव में परिवर्तित हो जाएगा और इसके बाद कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो जाएगा।
इसके प्रभाव से राज्य के अनेक स्थानों पर भारी वर्षा हुई। इसके अलावा कई क्षेत्रों में भारी से बेहद भारी बारिश हुई।
नागपट्टिनम जिले के कोलीडाम में 36 सेंटीमीटर, कुड्डालोर के चिदंबरम में 34 सेंटीमीटर तथा दो दर्जन से अधिक स्थानों पर 10 से 28 सेंटीमीटर के बीच बारिश हुई। लगातार तीन दिन से हो रही बारिश के कारण तिरुवरूर, पुडुकोट्टाई, तंजावूर आदि जिलों में धान और गन्ने की फसल पानी में डूब गई है।
चक्रवाती तूफान बुरेवी की चेतावनी को देखते हुए एनडीआरएफ की कई टीमें केरल और तमिलनाडु में तैनात हैं। वहीं वायुसेना और नौसेना की टीमें भी अलर्ट मोड पर हैं। 175 परिवारों के 697 से अधिक लोगों को राहत कैंपों में पहुंचाया गया है। जबकि 2489 अन्य कैंप बनाए गए हैं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया था। मौसम विभाग ने तमिलनाडु और केरल के दक्षिण हिस्से के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
चक्रवात के मद्देनजर तमिलनाडु के मदुरै हवाई अड्डे पर शुक्रवार रात 12 बजे तक उड़ान सेवाएं निलंबित कर दी गई है। तूतीकोरिन हवाई अड्डा भी शुक्रवार को बंद रहेगा।