कभी तकनीकी खामी तो कभी कॉल सेंटर की लापरवाही के कारण हवाई यात्रियों को एयरपोर्ट पहुंचकर परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं एयरलाइंस हैं कि यात्रियों को विकल्प नहीं मुहैया करा रही है। ऐसे ही कुछ दिल्ली से लखनऊ आ रही जेट एयरवेज की फ्लाइट संख्या 9 डब्ल्यू-915 के यात्रियों के साथ हुआ। दर्जनों यात्रियों को बताया गया कि विमान तो कई दिन से निरस्त था, इसकी सूचना कॉल सेंटर के माध्यम यात्रियों को भेजी जा चुकी है। वहीं, यात्री इस निरस्तीकरण से अंजान थे।
अलीगंज निवासी जसपाल सिंह की बेटी दिल्ली में पढ़ाई करती है। बेटी को 24 फरवरी की शाम जेट एयरवेज की फ्लाइट 9 डब्ल्यू-915 से टिकट से लखनऊ आना था। रविवार शाम जब यात्री दिल्ली के टर्मिनल-3 एयरपोर्ट पर पहुंची और तो एयरलाइंस को लेकर कोई एनाउंस नहीं हो रहा था।
यात्री ने जेट एयरवेज के काउंटर पर संबंधित विमान की जानकारी एयरलाइंस के कर्मियों से ली तो पता चला कि यह उड़ान निरस्त है। यात्री ने बताया कि फ्लाइट रद्द की कोई सूचना नहीं दी गयी थी। वहीं, कर्मी तर्क दे रहे थे कि यात्रियों का सूचित पहले ही किया जा चुका है। यात्री द्वारा मांग की गई कि उसे दूसरे किसी फ्लाइट से लखनऊ भेज दिया जाए, लेकिन एयरलाइंस ने असमर्थता जता दी। यात्री को दिल्ली एयरपोर्ट से मजबूरी में लौटना पड़ा। वहीं दर्जनों नाराज यात्रियों ने विमान निरस्त होने से एयरपोर्ट पर हंगामा भी किया। इस संबंध में चौधरी चरण सिंह (अमौसी) एयरपोर्ट पर जेट एयरवेज के ड्यूटी मैनेजर ज्योतिनाथ ने बताया कि यह उड़ान दस दिनों से निरस्त चल रही है। इसकी निरस्तीकरण की सूचना कॉल सेन्टर से मुसाफिरों को दी गयी है।
यात्रियों का आरोप एयरलाइंस कंपनी ने विमान रद होने की सूचना पहले नहीं दी। यही नहीं मोबाइल पर कोई मैसेज व ईमेल तक नहीं आया। टर्मिनल-3 पहुंचने पर बताया गया कि फ्लाइट निरस्त है। वहीं एयरलाइंस कर्मी दावा करते रहे कि संबंधित कॉल सेंटर को यह सूचना दे दी गई थी कि संबंधित यात्रियों को सूचित कर दिया जाए, कि विमान निरस्त है।