पंजाब में नशा युवाओं को मौत के मुंह में धकेल रहा है। नशे के ओवरडोज से मौतों का सिलसिला रुक नहीं रहा है। युवा नशे के आदी होकर ड्रग ओवरडोज से मर रहे हैं। पंजाब के खडूर साहिब में चार महीने में एक ही घर के दो जवान बेटों की नशे से मौत हो गई।
कथित तौर पर नशे का टीका लगाने के कारण कस्बा फतेहबाद निवासी युवक की मौत हो गई। परिवार ने पुलिस के खिलाफ रोष जाहिर किया कि क्षेत्र में नशा सरेआम बिक रहा है और पुलिस कार्रवाई करने से भाग रही है।
नशे के कारण इस परिवार के घर के दो चिराग बुझ चुके हैं। फिलहाल स्थानीय पुलिस मामले की जांच करने में जुटी है। हलका खडूर साहिब के कस्बा फतेहबाद निवासी तिलक राज ने बताया कि वह मेहनत-मजदूरी करता है। उसका 25 वर्षीय बेटा संजू करीब तीन वर्ष पहले गलत संगत का शिकार होकर नशे का आदी हो गया था। इसे देखकर बड़ा बेटा सरवन सिंह भी नशा करने लगा। दो बच्चों के पिता सरवन सिंह की मार्च माह में नशे के टीके के कारण मौत हो गई थी। इसके बाद छोटे बेटे संजू ने नशे से तौबा कर ली, लेकिन नशा बेचने वाले घर आकर संजू को चिट्टे की डोज दे जाते थे।
वीरवार की सुबह साढ़े आठ बजे संजू ने नशे का टीका लगाया। अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। सरकारी अस्पताल ले जाने पर डाॅक्टर ने संजू को मृत घोषित कर दिया। पिता तिलक राज ने रोते हुए कहा कि नशे के जहर ने मेरे दोनों बेटों की जान ले ली है। आसपास गलियों, मोहल्लों में नशा सरेआम बिक रहा है। पुलिस सब कुछ जानते हुए भी अनजान बन रही है। अगर पुलिस समय रहते नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेती तो आज मेरे दोनों बेटे जिंदा होते। थाना गोइंदवाल साहिब की पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। मृतक के पोस्टमार्टम के बाद खुलासा होगा कि मौत का कारण क्या था।