डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद बाजार गिरा

img_20170121210317वैश्विक बाजारों में मंदी के बीच भारतीय शेयर बाजार पिछले सप्ताह गिरावट के साथ बंद हुए। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से उनकी स्पष्ट आर्थिक नीतियों को लेकर दुनिया भर के बाजारों में नरमी देखी गई।

इस सप्ताह चार कारोबारी सत्रों के दौरान बाजार में गिरावट रही। सेंसेक्स 203.56 अंकों या 0.74 फीसदी गिरावट के साथ 27,034.50 पर और निफ्टी 51 अंकों या 0.6 फीसदी गिरावट के साथ 8,349.35 पर बंद हुआ। इस सप्ताह बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.43 फीसदी गिरावट रही, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक में 0.56 फीसदी की तेजी देखी गई। 
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को बाजार में हल्की तेजी देखी गई। इसी दिन दिसंबर में व्यापार घाटे में गिरावट के आंकड़े जारी किए गए, जबकि एक अन्य आंकड़े में थोक मुद्रस्फीति में हल्की बढ़ोतरी देखी गई। इनके बावजूद सेंसेक्स 50.11 अंकों या 0.18 फीसदी की तेजी के साथ 27,288.17 पर बंद हुआ। यह 10 नवंबर के बाद की सबसे बड़ी तेजी है। 
मंगलवार को शेयर बाजारों में हल्की गिरावट देखी गई। यूरोपीय बाजारों में आई मंदी का असर भारतीय बाजार पर भी हावी रहा। सेंसेक्स 52.51 अंकों या 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 27,235.66 पर बंद हुआ है। यह 11 जनवरी 2017 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। 
बुधवार को वैश्विक बाजारों के मिलेजुले संकेत के बीच सेंसेक्स में 21.98 अंकों या 0.08 फीसदी की तेजी आई और यह 27,257.64 पर बंद हुआ, जो 10 नवंबर 2016 के बाद का सबसे उच्च स्तर है। 
गुरुवार को सेंसेक्स 50.96 अंकों या 0.19 फीसदी की तेजी के साथ 27,308.60 पर बंद हुआ, जोकि 10 नवंबर 2016 के बाद सबसे उच्च स्तर है। 
शुक्रवार को सप्ताह के आखिरी दिन बाजार में गिरावट देखी गई और सेंसेक्स 274.10 अंकों या 1 फीसदी की गिरावट के साथ 27,034.50 पर बंद हुआ, जोकि 10 जनवरी के बाद का सबसे निचला स्तर है।
इस सप्ताह सेंसेक्स के जिन शेयरों में तेजी आई, उनमें एशियन पेंट्स (3.53 फीसदी), हिन्दुस्तान यूनीलीवर (4 फीसदी), आईटीसी (2.38 फीसदी), पॉवरग्रिड (0.94 फीसदी), टीसीएस (1.57 फीसदी), इंफोसिस (2.7 फीसदी), एचडीएफसी (0.32 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (0.04 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (0.39 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.65 फीसदी), टाटा स्टील (1.84 फीसदी), गेल (1.7 फीसदी) और भारती एयरटेल (0.2 फीसदी) प्रमुख रहे। 
सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे- एचडीएफसी (0.49 फीसदी), ओएनजीसी (1.79 फीसदी), विप्रो (1.53 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.55 फीसदी), एक्सिस बैंक (4.75 फीसदी), बजाज ऑटो (0.22 फीसदी), मारुति सुजुकी (0.51 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (2.1 फीसदी), डॉ. रेड्डी (1.58 फीसदी), ल्यूपिन (1.99 फीसदी), सन फार्मास्यूटिकल (1.59 फीसदी), सिप्ला (1.46 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (5.91 फीसदी), एलएंडटी (1.66 फीसदी), कोल इंडिया (3.51 फीसदी), एनटीपीसी (0.32 फीसदी) और अडाणी (3.15 फीसदी)।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) 1 जुलाई 2017 से लागू होगा, जो अब तक का सबसे बड़ा कर सुधार है। सोमवार को बाजार में कारोबारी सत्र के दौरान मुद्रास्फीति पर आधार थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़े जारी किए गए, जिसमें दिसंबर 2016 में 3.39 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई, जबकि नवंबर में यह 3.15 फीसदी थी। 
शुक्रवार को जारी एक अन्य आकंड़े में व्यापार घाटे में 9.9 फीसदी की गिरावट देखी गई और यह दिसंबर 2016 में 10.37 अरब डॉलर रही। 
सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर का वित्त वर्ष 2016-17 का अग्रिम अनुमान 7.6 फीसदी से घटाकर 6.6 फीसदी कर दिया और इसका कारण नोटबंदी को बताया। 

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