प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को ओडिशा के दौरे पर रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भुवनेश्वर में रोड शो भी किया। इस रोड शो में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था। इसके बाद पीएम मोदी ने एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित किया।
दरअसल, ओडिशा सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में भुवनेश्वर में राज्य स्तरीय समारोह का खास आयोजन किया गया। ओडिशा में पीएम मोदी ने राज्य को 18,600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं की सौगात भी दी। कार्यक्रम में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने यह भी बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप का न्योता क्यों स्वीकार नहीं किया।
पीएम मोदी ने बताई पूरी बात
ओडिशा में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी दो दिन पहले मैं G7 समिट के लिए कनाडा में था। उस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मुझे फोन किया और बड़े आग्रह के साथ निमंत्रण दिया। मैंने, अमेरिका के राष्ट्रपति से कहा, निमंत्रण के लिए आपका धन्यवाद, लेकिन मुझे तो महाप्रभु की धरती पर जाना जरूरी है। इसलिए मैंने उनका निमंत्रण विनम्रता से मना किया। आपका प्रेम मुझे महाप्रभु की धरती तक खींच लाया है।
‘सरकार बनते ही श्रीमंदिर के चारों द्वार खोल दिए गए’
उन्होंने कहा कि महाप्रभु के आशीर्वाद से श्रीमंदिर से जुड़े विषयों का समाधाान भी हो गया है। मैं मोहन जी और उनकी सरकार का अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने करोड़ों भक्तों के निवेदन का मान रखा। यहां सरकार बनते ही श्रीमंदिर के चारों द्वार खोल दिए थे। श्रीमंदिर का रत्न भंडार भी खुल गया है। ये कोई राजनीतिक जय-विजय का विषय नहीं है, ये करोड़ों भक्तों की आस्था का सम्मान करने का कार्य हुआ है।
भारत की विरासत का दिव्य सितारा है ओडिशा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि ओडिशा सिर्फ एक राज्य भर नहीं है, ये भारत की विरासत का दिव्य सितारा है। ओडिशा सैकड़ों वर्षों से भारतीय सभ्यता को, हमारी संस्कृति को समृद्ध करता रहा है। इसलिए आज जब विकास और विरासत का मंत्र भारत की प्रगति का आधार बना है, तब ओडिशा की भूमिका और बड़ी हो गई है।