एक हफ्ते में 44 बेघरों की ठंड से मौत पर राजनीति गर्मा गई है. विपक्ष ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सरकार पर हमला बोला है वहीं दूसरी तरफ केजरीवाल ने इसकी जिम्मेदारी उपराज्यपाल और उनके द्वारा तैनात अधिकारी पर डाल दी है. आजतक ने सीईओ डूसिब यानि दिल्ली अर्बन शेल्टर इम्प्रूवमेंट बोर्ड शूरवीर सिंह से बात की.
ठंड से कोई मौत नहीं हुई: डूसिब
NGO द्वारा जारी किए गए मौतों के आंकड़े पर डूसिब ने खंडन किया है. सीईओ ने कहा है कि ये मौतें ठंड से नहीं हुई हैं, डूसिब की कोई लापरवाही नहीं है. इन मौतों पर यानि इस साल डूसिब के आंकड़ों के अनुसार ठंड से एक भी मौत नहीं हुई है.
गिनाईं अपनी खासियतें
डूसिब ने कहा है कि वो लोग रोजाना तीन लेवल पर मॉनिटरिंग करते हैं, और रोज कमियों को दूर करते हैं. उन्होंने कहा कि इस साल हमने 13,810 तक के बेघर के आंकड़े को टच किया है, ये अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है, जो नाईट शेल्टर में रुका है. वहीं पिछले 1 महीने में 6000 से ज्यादा लोगों को शेल्टर दिया.
पुलिस से मांगी जानकारी
डूसिब सीईओ के मुताबिक उन्होंने पुलिस से इन मौतों पर जानकारी मांगी है कि आखिर इन मौतों का कारण क्या है? और इस पर अभी तक जानकारी नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि हमारे पास इन मौतों की कोई जानकारी नहीं है. डूसिब सीईओ का कहना है कि मौतों के कई कारण हैं, मौतें तो गर्मियों में भी हुईं हैं.
सीएम के आरोप से इंकार
मुख्यमंत्री के ट्वीट पर डूसिब सीईओ ने कहा कि उनके पास कोई नोटिस अभी नहीं आया है, जब आएगा तब जवाब देंगे. आज की तारीख में 261 नाईट शेल्टर दिल्ली में है जिनमें 20 हजार लोग रुक सकते हैं, अभी भी 6 हजार लोगों की जगह है.