डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा है कि निलंबित डीएसपी दविंदर सिंह के मामले में बड़ा कनेक्शन सामने आ सकता है। इसके तार कहीं भी, किसी से भी जुड़े हो सकते हैं। यह एक बड़ा मामला है। इसलिए इस मामले की जांच नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को देने की सिफारिश की गई है।
डीएसपी दविंदर सिंह को बर्खास्त करने और उसे मिले स्टेट अवार्ड को वापस लेने की सिफारिश भी की गई है। इस मामले की जांच में कोई रियासत नहीं होगी। आतंकी की मदद करने वाले को आतंकी समझ कर उसके खिलाफ तय कानून के तहत कार्रवाई होगी। इस मामले में जो भी शामिल होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
इस बीच दविंदर सिंह के रिश्तेदारों के घर भी तलाशी अभियान चलाया गया। यह पता लगाने की कोशिश की गई कि कहीं उसने हथियार और पैसे वगैरह तो नहीं छिपाए थे। जांच में जुटीं एजेंसियां आईबी व रॉ भी डीएसपी तथा हिजबुल कमांडर नवीद बाबू से पूछताछ कर आतंकियों से कनेक्शन खंगालते रहे। दक्षिणी कश्मीर में कई स्थानों पर छापामारी भी की गई।
पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस मामले की तमाम एजेंसियां जांच कर रही हैं। सही समय पर इस मामले की जांच की जानकारियां साझा की जाएंगी। अब तक की जांच यही है कि वह आतंकियों के लिए काम कर रहा था। लेकिन अभी यह सामने नहीं आया है कि उसका पाकिस्तान से कोई कनेक्शन है। बेशक आगे जांच में कोई कनेक्शन सामने आए, लेकिन अभी तक ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है।
राजनीतिक बयानों पर कोई टिप्पणी नहीं
दविंदर सिंह को दविंदर खान जैसे नाम देने पर सांप्रदायिक माहौल खराब करने, कांग्रेस के इस मामले को लेकर दिए गए बयान और तमाम राजनीतिक पार्टियों की इस मामले पर दिए जाने वाले बयानों पर डीजीपी ने कहा कि वह राजनीतिक बयानों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।