मेरडेल प्लाटा (अर्जेंटीना)। अमेरिका और चीन के बीच छिड़े ट्रेड वार से उत्पन्न चुनौती से निपटने के लिए जी20 देशों के वाणिज्य मंत्रियों ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में सुधार के लिए तत्काल जरूरी बताया है। मंत्रियों की बैठक के बाद जारी बयान के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन के 200 अरब डॉलर के अतिरिक्त आयात पर शुल्क लगाने की तैयारी कर रहे हैं।
ऐसे में मंत्रियों ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार विवादों पर बातचीत तेज करने की बात कही है। हालांकि बयान में डब्ल्यूटीओ में सुधार और व्यापारिक वार्ता तेज करने का कोई विवरण नहीं दिया गया है।
अर्जेंटीना के उत्पादन व श्रम मंत्री डान्टे सिका ने एक दिन की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि स्पष्टतया आयात शुल्क बढ़ाना सकारात्मक कदम नहीं है। हमें देखना है कि आगे क्या स्थिति पैदा होती है।
जर्मनी के अर्थव्यवस्था उप मंत्री ओलीवर विटके ने कहा कि संयुक्त घोषणा पत्र ने डब्ल्यूटीओ को मजबूत बनाने की जरूरत के बारे में स्पष्ट संकेत दिया है। अमेरिका फर्स्ट और बढ़ते ग्लोबल संरक्षणवाद के समय यह कदम और महत्वपूर्ण हो जाता है। नवंबर अंत में अर्जेंटीना में होने वाली अगली बैठक में आगे कदम उठाए जाएंगे।
बैठक के बाद उनके मंत्रालय द्वारा जारी बयान में विटके ने कहा कि हमें स्थिति संभालने के लिए आगे भी काम करना होगा। इस बीच, जी20 की बैठक के स्थान के आसपास लोगों ने अमेरिका की नीतियों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
कनाडा भी स्थिति संभालने को सक्रिय-
कनाडा डब्ल्यूटीओ में सुधार के लिए एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। वह अगले महीने अंतरराष्ट्रीय वार्ता आयोजित करने का प्रयास कर रहा है। यह जानकारी कनाडाई सूत्रों ने दी है। पिछले महीने डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी दी थी कि अमेरिका डब्ल्यूटीओ से बाहर आ सकता है। उन्होंने कहा था कि अगर डब्ल्यूटीओ में बदलाव नहीं किया जाएगा तो वह कारोबारी विवाद एकतरफा तौर पर ही देखेगा।