अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन का कहना है कि देश के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आव्रजन संबंधी कुछ फैसलों को वापस लेने में कुछ महीनों का समय लगेगा। बाइडन ने अपनी चुनाव प्रचार मुहिम में इन कदमों को शीघ्र वापस लेने की बात की थी, लेकिन अब उन्होंने कहा है कि इसमें कुछ महीनों का समय लगेगा।
बाइडन के शीर्ष विदेश नीति सलाहकारों ने भी सोमवार को एक साक्षात्कार के दौरान इसी प्रकार की बात कही थी। बाइडन के आगामी प्रशासन में घरेलू नीति सलाहकार का पद संभालने वाली सुसन राइस, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का पद संभालने वाले जेक सुलिवन और अब स्वयं बाइडन ने सचेत किया है कि इस मामले में बहुत जल्दबाजी करने से सीमा पर नया संकट पैदा हो सकता है।
बाइडन ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्होंने मेक्सिकन राष्ट्रपति और लैटिन अमेरिका में हमारे दोस्तों से पहले ही इस मामले पर चर्चा करनी शुरू कर दी है, ताकि चीजें वास्तव में खराब होने के बजाए बेहतर हों। उन्होंने ट्रंप द्वारा लागू किए गए शरण संबंधी प्रतिबंधों में ढील देने का वादा भी किया।
सीमा शुल्क और सीमा गश्ती के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या सितंबर के मुकाबले 30 प्रतिशत अधिक है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है किबाइडन के राष्ट्रपति पद संभालगा के शुरुआती महीनों में ये आकड़ा और भी बढ़ सकता है। सुलिवन और राइस दोनों ने ईएफई के साथ अपने साक्षात्कार में कहा कि जहां आव्रजन प्रणाली के साथ मुद्दों का समाधान संभव है बाइडन वहां कार्यकारी कार्रवाई करेंगे और मानवीय सहायता प्रदान करने की योजनाओं पर जोर दिया जाएगा।
अपनी प्रचार अभियान की वेबसाइट पर बाइडन ने अपने राष्ट्रपति पद के पहले 100 दिनों के भीतर मेक्सिको के साथ प्रवासी सुरक्षा प्रोटोकॉल के रूप में समझौते को समाप्त करने का वादा किया है, लेकिन सुलिवान ने जोर दिया कि उन सुधारों में से कई में समय लगेगा।