घर परिवार की जिम्मेदारियों में उलझी महिलाएं अक्सर अपने स्वास्थ्य का ठीक से ध्यान नहीं रख पाती हैं। खानपान से लेकर रहन-सहन में भी वह जितना ख्याल अपने पति, बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों का रखती है, उतना खुद का नहीं रखतीं। महिलाओं का स्वास्थ्य ही ठीक नहीं रहेगा, तो घर-परिवार का क्या होगा! महिलाएं चाहें तो रसोई में छोटे बदलावों से भी अपने और परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकती हैं। हम बता रहे हैं एक ऐसे तेल के बारे में जिसे अपनी रसोई में जगह दी, तो कई बीमारियां आपसे दूर रहेगी।
हम बात कर रहे हैं ऑलिव ऑयल यानी जैतून के तेल की। ओमेगा 6 और ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर होने के कारण यह दिल के लिए बहुत अच्छा टॉनिक है।
अक्सर कहा जाता है कि ज्यादा तेल का सेवन करने से वजन बढ़ जाता है, लेकिन ऑलिव ऑयल को आप जितना ज्यादा लेंगे उतना ज्यादा वजन कम होता है। मोटापे का यह अच्छा उपाय है।
जैतून का तेल ब्लड शुगर को भी कम करता है। टाइप 2 डायबिटीज में यह बहुत लाभकारी है।
जैतून का तेल गॉल ब्लैडर स्टोन और सूजन में अमृत के समान है। महिलाओं को यह बहुत ही आराम देता है।
इस तेल में ओलिक एसिड नामक फैटी एसिड का भी भंडार होता है। जिस वजह से यह महिलाओं को कैंसर से भी बचाता है।
यह तेल एंटीऑक्सीडेंट गुणो से भरपूर होता है। इसलिए इसका इस्तेमाल करने से महिलाओं के चेहरे पर झुर्रियां देरी से आती है। यानी कि यह तेल महिलाओं को जल्दी बुढ़ापा आने से भी बचाता है।
इस तेल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इस वजह से यह कैंसर के अलावा सोरायसिस, हृदय रोग, डायबिटीज, आर्थराइटिस जैसी बीमारियों की आयुर्वेदिक दवाएं बनाने में काम आता है।
इस तेल में मोनोसेचुरटेड फैट पाया जाता है। इस गुण के कारण यह लकवे या ब्रेन स्ट्रोक का खतरा भी काफी हद तक कम कर देता है।
जैतून का तेल गैस्ट्रिक अल्सर में बहुत लाभदायक है। कारण कि यह हेलिकोबैक्टर पाइलोरी नामक बैक्टीरिया को नष्ट करता है।