जियो के बाद अब एयरटेल ने भी अपने टैरिफ प्लान को रिवाइज कर दिया है। इसके साथ कंपनी के कई प्लान की कीमत में 11 से 21 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है। अनलिमिटेड वॉयस प्लान में एयरटेल ने 179 रुपये वाले प्लान को 199 रुपये 455 रुपये के प्लान को 599 रुपये और 1799 रुपये के प्लान को बढ़ाकर 1999 रुपये कर दिया है।
रिलायंस जियो द्वारा टैरिफ वृद्धि की घोषणा के बाद भारती एयरटेल ने भी अपने मोबाइल प्लान की कीमतों में 11% से लकर 21% की वृद्धि कर दी है, जो 3 जुलाई, 2024 से प्रभावी होगा। यह कदम स्थिर मूल्य निर्धारण की ढाई साल की अवधि के बाद उठाया गया है।
आपको बता दें कि बीते गुरूवार जियो ने भी अपने टैरिफ प्लान को महंगा कर दिया है। इसके साथ ही इसने आपने कुछ प्लान को पूरी तरह से बंद कर दिया है। आइये जानते हैं कि एयरटेल के किन-किन प्लान की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है।
अनलिमिटेड वॉयस प्लान हुए प्रभावित
- यह बढ़ोतरी खासतौर से अनलिमिटेड वॉयस प्लान को प्रभावित करती है। जैसे कि कंपनी के 179 रुपये वाले प्लान की कीमत अब 199 रुपये होगी, 455 रुपये वाले प्लान की कीमत बढ़कर 599 रुपये हो जाएगी।
- वहीं इसके 1,799 रुपये वाले प्लान की कीमत बढ़कर 1,999 रुपये हो जाएगी।
किफायती प्लान के साथ ARPU में संतुलन
- एयरटेल ने दूरसंचार क्षेत्र में वित्तीय रूप से टिकाऊ व्यवसाय मॉडल की आवश्यकता को स्वीकार किया है। एक रेगुलेटरी फाइलिंग में, उन्होंने बजट के प्रति जागरूक उपभोक्ताओं पर प्रभाव को कम करने के लिए प्रवेश-स्तर की योजनाओं पर ‘बहुत मामूली मूल्य वृद्धि’ (प्रति दिन 0.70 रुपये से कम) सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
- कंपनी का दीर्घकालिक लक्ष्य उद्योग विशेषज्ञों के साथ संरेखित है, जिसका लक्ष्य प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (ARPU) 300 रुपये से अधिक करना है।
बाजार की प्रतिक्रिया
- घोषणा के परिणामस्वरूप निवेशकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली, भारती एयरटेल के शेयर की कीमत शुरुआती कारोबार में 1.24% बढ़ गई।
- जेएम फाइनेंशियल के विश्लेषकों का अनुमान है कि हालिया बढ़ोतरी के कारण वित्त वर्ष 2025 और 2026 के लिए ARPU और EBITDA अनुमानों में सीमित उन्नयन होगा, यह मानते हुए कि वित्त वर्ष 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत से पहले कोई और मूल्य समायोजन नहीं होगा।
- उनका मानना है कि उद्योग ARPU अगले 3-4 वर्षों में 10-12% चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से लगातार बढ़ेगा, जो 300 रुपये तक पहुंच जाएगा।
कुल मिलाकर, प्रमुख दूरसंचार ऑपरेटरों द्वारा टैरिफ बढ़ोतरी की हालिया लहर भारतीय दूरसंचार उद्योग में अधिक टिकाऊ मूल्य निर्धारण मॉडल की ओर बदलाव का संकेत देती है।