पाकिस्तान को टी20 वर्ल्ड कप में बड़ा उलटफेर झेलना पड़ा. उसे गुरुवार को पर्थ में खेले गए सुपर-12 राउंड के मैच में कमजोर मानी जा रही जिम्बाब्वे टीम ने हरा दिया. इस जीत का ‘सिकंदर’ ऐसा खिलाड़ी रहा जिसका जन्म तो पाकिस्तान में हुआ लेकिन जख्म भी उसने पाकिस्तान को ही दिया.
पर्थ में जिम्बाब्वे ने टी20 वर्ल्ड कप के मुकाबले में मजबूत मानी जा रही पाकिस्तानी टीम पर एक रन से जीत दर्ज की. जिम्बाब्वे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 130 रन बनाए जिसके जवाब में बाबर आजम की कप्तानी वाली टीम 8 विकेट पर 129 रन ही बना पाई. पाकिस्तान को मौजूदा टूर्नामेंट में लगातार दूसरे मैच में शिकस्त झेलनी पड़ी. उसे पिछले मैच में भारत ने हराया था.
जिम्बाब्वे के ऑलराउंडर सिकंदर रजा को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. उन्होंने पर्थ के मैदान पर खेले गए इस मुकाबले में पूर्व चैंपियन पाकिस्तान के तीन बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा. रजा ने 4 ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट झटके. सिकंदर रजा एक झटके में ही पाकिस्तान के रहने वाले 22.5 करोड़ लोगों के ‘विलेन’ बन गए.
सिकंदर रजा का जन्म पाकिस्तान के सियालकोट में हुआ था. 36 साल के सिकंदर रजा ने ही पाकिस्तान को इस टूर्नामेंट में बड़ा जख्म दिया. सिकंदर के माता-पिता 2002 में जिम्बाब्वे चले गए थे. उन्होंने 2007 में फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था.
सिकंदर रजा बचपन में एक फाइटर पायलट बनना चाहते ते. उन्होंने 11 साल की उम्र में ही यह सपना देखा और मेहनत की. उन्होंने एयर फोर्स कॉलेज में दाखिला भी मिला, खास बात है कि 60 हजार उम्मीदवारों में से चुने गए 60 छात्रों में उनका नाम था. बाद में वह आंखों के एक टेस्ट में फेल हो गए. उनसे कहा गया कि 10 में से 7 लोगों को ये समस्या हो जाती है लेकिन बाद में उन्होंने क्रिकेट में करियर बनाया.
सिकंदर रजा ने अभी तक के अपने करियर में 17 टेस्ट, 123 वनडे और 63 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. उन्होंने टेस्ट में एक शतक और 8 अर्धशतकों की बदौलत 1187, वनडे में 6 शतक और 20 अर्धशतकों के दम पर 3656 और टी20 इंटरनेशनल फॉर्मेट में 6 पचासे