दुनियाभर में दांपत्य जीवन को तब तक सफल नहीं माना जाता है जब तक उन्हें संतान सुख की प्राप्ति न हो. ऐसे में संतान का सुख उन भौतिक सुखों में से एक है जिससे ईंट-पत्थर से बना मकान भी घर कहलाने लगता है. ऐसे में कई बार महिलाओं को जुड़वा बच्चे भी होते हैं और आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जुड़वां बच्चे किन महिलाओं को प्राप्त होते हैं.
1. चंद्रमा एवं शुक्र एक ही राशि में स्थित हों.
2. बुध, मंगल एवं गुरु विषम राशि में हो.
3. कहते हैं लग्न एवं चंद्रमा समराशि में स्थित हो और पुरुष ग्रह द्वारा देखे जाते हो तो जुड़वा संतान पैदा होती है.
4. बुध, मंगल, गुरु और लग्न बलवान हो तथा समराशि में स्थित हो तो जुड़वा संतान पैदा होती है
5. मिथुन या धनुराशि में गुरु-सूर्य हो एवं बुध से दृष्ट हो तो दो पुत्र होते हैं जो जुड़वा संतान होती है.
6. शुक्र, चंद्र, मंगल, कन्या या मीन राशि में बुध से दृष्ट हो तो दो पुत्रियां होती हैं.
7. कहा जाता है स्त्री की कुंडली के सातवें स्थान पर राहु हो या गुरु-शुक्र एक साथ हो तो जुड़वा संतान पैदा होती है परंतु शादी के काफी समय बाद होती है.
इस कारण भी होते हैं जुड़वां बच्चे – कहा जाता है अगर आपके परिवार में पहले भी जुड़वा बच्चे पैदा हो चुके हैं, तो काफी संभावना है कि आपको भी जुड़वा बच्चे हों. इसी के साथ अगर आप अपने भाई-बहन के जुड़वा हैं, तो भी जुड़वा बच्चे होने की संभावना है.