मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का आज मंत्रिमंडल विस्तार हुआ. मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने राजभवन में नए मंत्रियों को शपथ दिलाई.
कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिरने के बाद जब शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तब कुछ ही मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था.
ऐसे में नई सरकार बनने के बाद ये पहला मंत्रिमंडल विस्तार है, जिसमें कांग्रेस से भाजपा में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों की छाप दिखी. शपथ ग्रहण में खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे.
सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को पहले ही शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर अप्रैल में शामिल कर लिया गया है.
मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सदस्य हैं. इस लिहाज से अधिकतम 35 विधायक मंत्री बनाए जा सकते हैं. शिवराज समेत कुल छह सदस्य अभी कैबिनेट में हैं.
दरअसल, कैबिनेट विस्तार कई वजहों से रुका हुआ था. एक तो बीजेपी में मंथन चल रहा था, दूसरी ओर मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की तबीयत खराब थी.
इस बीच बुधवार को ही उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर अतिरिक्त कार्यभार संभाला है.