छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोकवाणी कार्यक्रम में छात्रों को परीक्षा की तैयारी को लेकर टिप्स दिए और मनोबल बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि समय का पूरा सदुपयोग करें।
परीक्षा के समय खाना-पीना सादा रखें, हल्का व्यायाम करें। मोबाइल, टीवी से दूर रहें, जिससे आंखों को आराम मिलेगा और दिमाग भी शांत रहेगा। प्रयास करें कि अधिक अंक मिले तो अच्छा है और न मिले तो भी कोई बात नहीं ऐसा मन में विचार लाएं। बिना उच्चतम अंक पाए बहुत से लोग अपने बेहतर कार्यों के दम पर शिखर पर पहुंचे हैं।
उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे परीक्षा की तैयारी में अपने बच्चों के सहयोगी बने। परीक्षा में उच्च अंक लाने का उन पर दबाव न डालें। प्रदेश के विभिन्न् शहरों और गांवों के बच्चों ने मुख्यमंत्री से अनेक सवाल पूछे जिनका मुख्यमंत्री ने सिलसिलेवार जवाब दिया।
सीएम भूपेश बघेल ने बच्चों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि जो रखते हैं उड़ने का शौक, उन्हें नहीं होता गिरने का खौफ। मुख्यमंत्री ने परीक्षा के समय होने वाले डर और तनाव से निपटने के उपायों के संबंध में कहा कि सबसे पहले तो इस डर के मनोविज्ञान को समझना जरूरी है। जब तक आप डर के बारे में सोच सोचकर डरते रहेंगे, तब तक मन से डर को बाहर निकाल फेंकने का प्रयास शुरू ही नहीं कर पायेंगे।
सवाल सिर्फ पढ़ाई के डर का नहीं है, बल्कि स्वभाव का है कि आप हिम्मत वाले, साहसी, निडर कहलाना चाहते हैं या डरपोक। निश्चित तौर पर आप सब साहसी कहलाना पसंद करेंगे। दूसरा बड़ा कारण है कि आपने जितनी मेहनत की है, उससे अधिक की अपेक्षा रखने पर डर लगता है। बहुत अच्छी तैयारी के बाद भी अगर डर लगता है तो इसका मतलब है कि कहीं न कहीं आत्म विश्वास की कमी है।
इस तरह डर दूर करने के लिए अपने स्वभाव में बदलाव भी जरूरी होता है। तथ्य और तर्क के साथ विचार करने की आदत डालना जरूरी है। परीक्षा के समय बिलकुल ट्वेन्टी-ट्वेन्टी मैच के प्लेयर की तरह व्यवहार कीजिए। जो समय बीत गया, उसके बारे में मत सोचिए।
बघेल ने कहा कि पूरी पढ़ाई का बोझ एक साथ लेकर न बैंठे। टाइम टेबल बनाकर पढ़ें। अपनी रूचि के अनुसार कोई न कोई काम करते रहें। दिन में 5-7 मिनट कोई गाना गुनगुना लें, कोई प्रार्थना कर लें, थोड़ा उछल-कूद घर पर ही कर लें। एक छात्र साहिल रिजवी के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं हमेशा इस बात पर विश्वास करता हूं कि मेहनत पूरी करना है, बाकी जो होगा देखा जाएगा।
मजदूर परिवार के बेटे मुकेश साहू से मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि आपको कम सुविधाओं के कारण कठिनाई होती होगी। मैं सिर्फ एक बात कहता हूं कि तुम अपने माता-पिता की बात मानकर पढ़ाई करते रहो। डरो मत, जिंदगी से लड़ो और जीतो।