जेएनयू की छात्रा आफरीन फातिमा द्वारा मंसूर अली पार्क में दिए गए कथित भड़काऊ भाषण की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। आफरीन रोशनबाग इलाके में रहने वाले कारोबारी जावेद की बेटी है। उसने मंसूर अली पार्क में 22 जनवरी को भाषण दिया था। उसका वीडियो वायरल हो गया है।
सीएम, पीएम और गृहमंत्री अमित शाह पर टिप्पणी करती दिख रही है
भाषण में वह सीएम योगी, पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर टिप्पणी करती दिख रही है। आतंकी अफजल गुरू को फांसी देने समेत सुप्रीम कोर्ट के अन्य फैसलों पर भी आपत्ति जताती है। वह इंडिया स्टेट पर भी सवाल उठा रही है। उसने कहा कि यह सिर्फ सीएए या एनआरसी का विरोध नहीं है बल्कि केंद्र सरकार पर भरोसा नहीं कर सकते हैैं।
बोले एसपी सिटी
एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि भाषण के वीडियो की जानकारी मिली है। इसका कानूनी परीक्षण कराया जा रहा है। भाषण में आपत्तिजनक बातें बोली गई हैैं तो उचित धाराओं में मुकदमा लिखा जाएगा, फिर कानूनी कार्रवाई होगी।
मंसूर पार्क में महिला पर हमला
रोशनबाग के मंसूर अली पार्क में सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) के विरोध में धरना-प्रदर्शन जारी है। महिलाएं भी धरने पर हैं। इस बीच एक महिला ने विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही युवती के इशारे पर खुद के साथ मारपीट करने, धमकी देने व छेडख़ानी करने का आरोप लगाते हुए नामजद केस खुल्दाबाद थाने में दर्ज कराया है।
बदसलूकी और छेडख़ानी भी की गई
करेली की रहने वाली शबनम फातिमा का आरोप है कि वह मंसूर अली पार्क में गई तो सल्लाहपुर की रहने वाली सारा अहमद सिद्दीकी ने उसे भाषण देने से रोक दिया। सारा के कहने पर पांच-छह की संख्या में वालंटियर लड़के-लड़कियों ने उन्हें पीछे से धक्का देते हुए गाली-गलौज किया। उन्हें धमकी दी कि दोबारा मंसूर अली पार्क मत आना वरना जान से मरवा देंगे। आरोप है कि उन लोगों ने बदसलूकी और छेडख़ानी भी की। इस घटना से नाराज शबनम ने खुल्दाबाद थाने में लिखित शिकायत की। इसके बाद सारा अहमद, उमर खालिद और अज्ञात के खिलाफ नामजद एफआइआर लिखी गई। एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी। सारा का नाम पहले भी धरना-प्रदर्शन के लिए लोगों को उकसाने में आया है।