पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को लेकर पाकिस्तान को दुनियाभर में विरोध का सामना करना पड़ता है।पीओके) के राजनीतिक कार्यकर्ता जो यूरोप और ब्रिटेन में रह रहे हैं, वो इसका लगातार विरोध कर रहे है। स्विटजरलैंड के जिनेवा में यूरोप और ब्रिटेन में रहने वाले पीओके के पॉलिटिकल कार्यकर्ताओं ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 41वें सत्र के दौरान पाकिस्तान के कब्जे के खिलाफ विरोध किया। उन्होंने पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए और दमन चक्र के खिलाफ आजादी के नारे बुलंद किया। उन्होंने आरोप लगाया कि इलाके के संसाधनों का दोहन कर तेजी से बढ़ रहे आतंकी शिविरों में लगाया जा रहा है। कार्यकर्ताओं ने गिलगित बाल्टिस्तान और पीओके के लोगों की दशा पर रोशनी डाली।

उन्होंने जूडिशरी के खराब हालात को भी उठाया जो सुरक्षा एजेंसियों के बढ़ते हस्तक्षेप के बीच काफी पक्षपात भरे फैसले सुना रहा है। युनाइटेड कश्मीर पीपल्स नैशनल पार्टी (UKPNP) के चेयरमैन शौकत अली कश्मीरी ने कहा, ‘हमने यह प्रदर्शन पाकिस्तान में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन और गड़बड़ियों को उजागर करने के लिए किया। क्षेत्र में लोगों की आवाज दबाई जा रही है। पाकिस्तान और चीन का सहयोग लोगों की इस दशा के लिए जिम्मेदार है।
शौकत ने कहा, ‘हमने प्रदर्शन के जरिये आतंकी शिविरों को खत्म करने की मांग की है। हमने राजनीतिक बंदियों की रिहाई और निष्पक्षता की मांग की है। हमने जूडिशल मामलों में खुफिया एजेंसियों के हस्तक्षेप को बंद करने की भी मांग की है।
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