अब इन ग्रहो पर भी पानी मिल चुका है दरअसल जापान के वैज्ञानिकों ने पहली बार 17 एस्टेरॉयड पर पानी का प्रमाण देखा है। वैज्ञानिकों ने इन्फ्रारेड सेटेलाइट अकारी से मिले डाटा से यह जानकारी जुटाई है। वैज्ञानिकों कि माने तो इस खोज से हमारे सौरमंडल में पानी की स्थिति, एस्टेरॉयड के विकास और धरती पर पानी के स्रोत को लेकर नए तथ्य सामने आ सकते हैं।
पानी की स्थिति का लगा सकते है पता
वैज्ञानिकों से प्राप्त जानकारी अनुसार हमारे सौरमंडल में धरती एकमात्र ग्रह है जिसकी सतह पर पानी है। परन्तु वैज्ञानिक अब तक यह नहीं जान पाए हैं कि यहां पानी कहां से आया। हाल के अध्ययनों में सामने आया है कि सौरमंडल में अन्य कई खगोलीय पिंड हैं, जिन पर पानी है या पहले कभी पानी रहा है। धरती पर पानी आने में भी एस्टेरॉयड की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है। जापान की अंतरिक्ष एजेंसी के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया है कि क्षुद्रग्रहों पर हाइड्रेटेड मिनरल के रूप में पानी उपस्थित है। इनके अध्ययन से वैज्ञानिक इन क्षुद्रग्रहों पर पानी की स्थिति का पता लगा सकते हैं।
जानकारी के लिए बता दें जापान का इन्फ्रारेड सेटेलाइट साल 2006 में लांच किया गया था और 2011 में इसका अभियान पूरा हो गया था। इसी से जुटाए गए डाटा के अध्ययन से पहली बार वैज्ञानिकों को 17 क्षुद्रग्रहों पर हाइड्रेटेड मिनरल के प्रमाण मिले हैं।