जापान के हानेडा हवाई अड्डे पर दो विमानों की टक्कर के बाद लगी आग के एक दिन बाद बुधवार को परिवहन अधिकारियों ने घटना को लेकर जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि यात्री जहाज जो टोक्यो हवाई अड्डे पर तटरक्षक टर्बोप्रॉप से टकराया था उसे लैंडिंग की अनुमति दी गई थी, लेकिन नियंत्रण टॉवर के मुताबिक छोटे विमान को उड़ान भरने की मंजूरी नहीं दी गई थी।
मंगलवार को हनेडा हवाईअड्डे पर उतरने के तुरंत बाद डी हैविलैंड डैश-8 कोस्ट गार्ड टर्बोप्रॉप के साथ दुर्घटना के बाद आग की लपटें उठने के बाद जापान एयरलाइंस (जेएएल) एयरबस ए350 में सवार सभी 379 लोग बाहर निकलने में कामयाब रहे। लेकिन छह तट रक्षक दल में से पांच की मृत्यु हो गई थी। मामले में अधिकारियों ने अभी अपनी जांच शुरू ही की है और दुर्घटना के आसपास की परिस्थितियों पर अनिश्चितता बनी हुई है, जिसमें यह भी शामिल है कि दोनों विमान एक ही रनवे पर कैसे पहुंचे।
एयरपोर्ट के अधिकारियों द्वारा जारी किए गए यातायात निर्देशों से पता चलता है कि जापान एयरलाइंस के जेट को उतरने की अनुमति दी गई थी, जबकि तटरक्षक विमान को रनवे के पास एक होल्डिंग पॉइंट पर टैक्सी करने के लिए कहा गया था। जापान के नागरिक उड्डयन ब्यूरो के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि नियंत्रण टॉवर के प्रतिलेखों में कोई संकेत नहीं था कि तटरक्षक विमान को उड़ान भरने की अनुमति दी गई थी।
तटरक्षक बल के एक अधिकारी ने कहा कि टर्बोप्रॉप विमान के कप्तान ने कहा कि वह अनुमति मिलने के बाद रनवे में दाखिल हुए थे। साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार किया है कि निर्देशों में ऐसा कोई संकेत नहीं था कि उन्हें ऐसा करने के लिए मंजूरी दे दी गई थी।