पूजा की सुपारी खाने की सुपारी से छोटी होती है। सुपारी एक पेड़ का फल होता है। यह उष्णकटिबंधी पेड़, प्रशांत महासागर के इलाकों और दक्षिण-पूर्व एशिया में पाया जाता है। जब सुपारी की विधिवत पूजा की जाती है तो वह चमत्कारी हो जाती है।
अगर आप इस चमत्कारी सुपारी को हमेशा अपने पास रखते हैं तो जीवन में कभी भी पैसों की तंगी नहीं रहती है। आइए जानें सुपारी के कुछ ऐसे सटीक उपाय…
पूजा की सुपारी पर जनेऊ चढ़ाकर जब पूजा जाता है तो यह अखंडित सुपारी गौरी गणेश का रूप बन जाती है। इस सुपारी को तिजोरी में रखने पर घर में लक्ष्मी स्थायी रूप से निवास करने लगती हैं और इससे सौभाग्य आने लगता है।
पूजा में इस्तेमाल की गई सुपारी को तिजोरी में रखना भी लाभदायक होता है। सुपारी को धागे में लपेटें और अक्षत, कुमकुम लगाकर पूजा जरूर कर लें। पूजा करके तिजोरी में रखी गई सुपारी बहुत लाभदायक होती है।
व्यापार में तरक्की के लिए भी सुपारी बहुत सहायक होती है। माना जाता है कि शनिवार की रात पीपल के पेड़ की पूजा करके सुपारी और उसके साथ एक रुपये का सिक्का रखें। अगले दिन उस पेड़ का पत्ता तोड़कर लाएं उस पर सुपारी रखें और इसे अपनी तिजोरी में रखें इससे व्यापार में बढ़ोत्तरी होती है।
पान का पत्ता रखें उस पर सिन्दूर में घी मिलाकर स्वस्तिक बनाएं और उस पत्ते पर कलावे में लपेटी हुई सुपारी रख कर पूजा करनी चाहिए। यह उपाय घर में सफलता के लिए द्वार खोलता है।
अगर आपका कोई काम बनते बनते रह जाता है या आपको किसी कार्य में लगातार असफलता मिल रही है तो जब भी उस कार्य को करने जाए तो एक लौंग और सुपारी अपने पास रख लिया करें। काम के समय लौंग को अपने मुंह में रख लें और उसे चूसें। सुपारी घर आने के बाद वापस गणेशजी के फोटो के सामने रख दें। इससे रूका हुआ काम य कीनन पूरा होगा।
सुपारी को चांदी की डिबिया में अबीर लगाकर किसी भी पूर्णिमा के दिन पूजा घर में रखें तो घर में मंगल कार्य जल्दी होते हैं।
हल्दी, कुंकु और चावल लगाकर सुपारी पर मौली लपेटें और इसे किसी भी गुरुवार को विष्णु-लक्ष्मी मंदिर में छुपाकर आ जाएं। इससे
अविवाहित कन्या की शादी के योग बनते हैं। जब रिश्ता पक्का हो जाए तो सुपारी को शादी तक घर में रखें। फिर जलाशय में विसर्जित कर दें।
अगर घर में कोई भी मांगलिक कार्य हो तो उसके निर्विघ्न संपन्न होने के लिए सुपारी को बोलकर लाल कपड़े में बांधकर छुपा दें। जब कार्य अच्छे से संपन्न हो जाए तो यह सुपारी किसी गणेश मंदिर में जाकर रख दें।
घर से जब कोई तीर्थ यात्रा पर जाए तो उसके सकुशल वापिस आने तक तुलसी के गमले में सुपारी गाड़ दें। आने पर उसे धोकर किसी भी मंदिर में चढ़ा दें।
सुपारी को 7 बार अपने पर से उतार कर हवन कुंड में डालने से हर तरह की अला-बला दूर होती है।