सभी व्यक्ति के भक्ति का तरीका भिन्न-भिन्न होता है सभी अपने आराध्य को अपने तरीके से प्रसन्न करना चाहते है और कहा जाता है कि भक्ति में बहुत शक्ति होती है जिसके कारण भक्त कोई भी पीड़ादायक कार्य को भी करने से पीछे नहीं हटते. आज हम ऐसे ही भगवान् शिव के भक्त रामा बाबा के विषय में बताएँगे. जो काँटों की शैया पर बहुत ही सहजता से लेटे रहते है.
रामा बाबा को जो व्यक्ति भी देखता है वह स्तब्ध रह जाता है क्योंकि उनकी साधना करने का यह तरीका बहुत ही पीड़ा दायक है वह नंगे बदन काँटों का बिस्तर लगाकर उसपर लेटकर अपने भगवान् शिव की भक्ति में लीं रहते है. जो भी व्यक्ति उन्हें देखता है उसका सिर श्रद्धा के साथ उनके नमन में झुक ही जाता है.
रामा बाबा बिलासपुर के रहने वाले है इनका भी एक परिवार है किन्तु इन्ही के परिवार के लोगों ने इन्हें घर से निकाल दिया जिसके कारण इन्होने दुनिया का मोह त्यागकर अपने आप को भगवान् की भक्ति में समर्पित कर दिया और भगवान् शिव के भक्त बन गए. तथा अपने इस अनोखे तरीके से भगवान् शिव को प्रसन्न करने के लिए साधना करने लगे.
रामा बाबा बहुत समय से काँटों पर लेटकर भगवान् की साधना कर रहे है जिसके कारण उन्हें काँटों पर लेटने से किसी भी प्रकार की कोई पीड़ा नहीं होती है और इन्हें देखने वाले लोग इनके समक्ष सिर झुकाकर आशीर्वाद प्राप्त करते है और चढ़ाव चढ़ाते है. तथा इन्हें कांटे वाले बाबा के नाम से जानते है.