कोरोना संक्रमण के मामलों में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है। देश में इस सप्ताह कोविड-19 के 1.57 लाख मामले सामने आए और 3,236 लोगों की मौतें दर्ज की गई हैं। इस महामारी के दौरान जुलाई का पहला सप्ताह अब तक का सबसे बुरा सप्ताह रहा है। मंगलवार को एक बार फिर नए मामलों में बढोतरी दर्ज की गई और यह बढ़कर करीब 23 हजार हो गए। इसी दिन 473 लोगों की मौत हुई।
आइए आंकड़ों के जरिए जानते हैं कि देश में बढ़ते मामलों में किस राज्य का कितना योगदान है और संक्रमण के बढ़ते मामलों में भारत दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले कहां है। समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार दुनियाभर में कोरोना के अब एक करोड़ 20 लाख से ज्यादा मामले हो गए हैं। पिछले सात महीने में कोरोना से पांच लाख 47 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
संक्रमण की यह है स्थिति: सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7 लाख 44 हजार तक पहुंच चुकी है। इसके साथ ही मौतों का आंकड़ा 20 हजार 600 के पार पहुंच चुका है। साथ ही देश में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 4.57 लाख और सक्रिय मामले 2.66 लाख हैं। देश में कोरोना से सबसे प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में एक ही दिन में 5,134 मामले दर्ज किए गए। साथ ही तमिलनाडु में 3,616 और दिल्ली में 2,008 मामले सामने आए। इन राज्यों में संक्रमितों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं संक्रमण के नए मामलों ने उत्तर प्रदेश में नई ऊंचाइयों को छूते हुए एक दिन में 1,346, गुजरात में 778, राजस्थान में 716 और ओडिशा में 571 मामले दर्ज किए गए।
महाराष्ट्र में 200 से अधिक मौतें: महाराष्ट्र में लगातार दूसरे दिन 200 से अधिक लोगों की मौतें (224) दर्ज की गई है। इनमें से मुंबई में 64 मौतें हुई हैं। मंगलवार को इस महामारी से होने वाली मौतें 5 हजार की संख्या को पार कर गईं। अब यहां चीन की तुलना में अधिक मामले हो गए हैं, जहां पर करीब छह माह पहले यह वायरस सामने आया था। वल्र्डोमीटर्स के अनुसार, चीन में अब तक 4,634 लोगों की मौत हुई है और मुंबई में 5,002 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में कोविड-19 से होने वाली कुल मौतों में से अकेले मुंबई में करीब एक चौथाई मौतें हुई हैं।
भारत में औसतन 22 हजार मामले: अब, पाकिस्तान, रूस, सऊदी अरब, मिस्न और कुवैत के साथ भारत में 50,000 कोविड -19 मामले और पिछले सात दिनों में एक हजार से अधिक मामलों के बावजूद ये देश अभी तक कम्युनिटी ट्रांसमिशन तक नहीं पहुंचे हैं। इनमें से भारत में अब 3.5 फीसद की दर से रोजाना औसतन करीब 22 हजार मामले सामने आ रहे हैं।
72 घंटे में करें कांटेक्ट ट्रेसिंग: इसके अलावा, ‘अनलॉक‘ चरण में विभिन्न राज्यों में बढ़ते मामलों को देखते हुए कांटेक्ट ट्रेसिंग को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र ने राज्यों से कहा है कि वह कोविड-19 के पुष्ट मामलों के सामने आने के बाद 72 घंटे के अंदर कम से कम 80% संपर्कों का पता लगाकर उन्हें क्वारंटाइन करें।