सर्दी और शीतलहर की शुरुआत उस वक्त से शुरू हुई है, जब अधिकतम तापमान में 6.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई. सोमवार को भी दिल्ली में जबरदस्त ठंड रही. इस दिन दिल्ली के पालम में अधिकतम तापमान में 8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई. इसी तरह से सफदरजंग में 7 डिग्री, और रिज के अधिकतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज हुई.

अभी नहीं कम होगा सर्दी का सितम
मौसम वैज्ञानिक कह रहे हैं कि दिल्ली और उत्तर पूर्व इलाको में पड़ रही जबरदस्त सर्दी में फिलहाल कमी नहीं आने वाली है. शुक्रवार से दिल्ली और उसके आसपास के इलाको में शीतलहर और तेज होगी. मौसम वैज्ञानिक बता रहे हैं कि 27 दिसंबर से ठंड के साथ घना कोहरा भी पड़ना शुरू हो जाएगा. 29 और 30 दिसंबर तक घना कोहरा पड़ेगा क्योंकि इस दौरान हवा की गति कम होगी.
दिल्ली में 16 दिसंबर से जबरदस्त सर्दी और शीतलहर चल रही है. दिल्ली में लगातार 9 दिनों से शीतलहर जारी है. इतने लंबे वक्त के लिए शीतलहर पिछली बार साल 2003 में पड़ी थी. 1997 में लगातार 17 दिनों तक शीतलहर का प्रकोप चला था.
मौसम वैज्ञानिक बता रहे हैं कि इस वीक एंड में तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस की और गिरावट दर्ज की जाएगी. सर्दी और शीतलहर की वजह से मौसम और खराब होने वाला है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक ये पूरे उत्तरी भारत को प्रभावित करेगा. 1997 के बाद इस बार दिसंबर में ज्यादा सर्दी पड़ रही है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक रात के तापमान में और कमी दर्ज की जाएगी, जिसकी वजह से शीतलहर तेज होगी.
पिछले कुछ वर्षों में देखने में आ रहा था कि दिसंबर के मुकाबले जनवरी में ज्यादा सर्दी पड़ रही थी. लेकिन इस बार दिसंबर में ही जबरदस्त ठंड का सामना करना पड़ रहा है. मौसम वैज्ञानिक बता रहे हैं कि ऐसा पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbances) की वजह से हो रहा है. दो पश्चिमी विक्षोभ में 10 दिनों के गैप की वजह से तापमान में अचानक गिरावट आई है. 31 दिसंबर को फिर एक पश्चिमी विक्षोभ दिल्ली पहुंचेगा, इसके साथ ही दिल्ली में शीतलहर बढ़ेगी.
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