क्रिप्टो बाजार को नियमों से बांधने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। कानूनविदों ने प्रस्ताव किया है कि क्रिप्टोएसेट कंपनियों को बैंकों की तरह एक निर्धारित पूंजी सिक्योरिटी के रूप में रखनी पड़ेगी। लगातार हो रहे घोटालों और एक और ‘क्रिप्टो विंटर’ (तेज गिरावट) से पहले क्रिप्टो टोकंस के लिए वैश्विक नियमों का प्रस्ताव किया गया है। आपको बता दें कि ‘क्रिप्टो विंटर’ ने एक झटके में 16,4654 लाख करोड़ रुपये का सफाया कर दिया, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।
नियामकों ने मंगलवार को अपने पहले वैश्विक नियमों के प्रस्ताव में बड़ी गिरावट को ‘क्रिप्टोकरंसी विंटर’ के रूप में परिभाषित किया है। वित्तीय स्थिरता बोर्ड (FSB), जो 20 अर्थव्यवस्थाओं के समूह (G20) के बीच वित्तीय नियम बनाने का समन्वय करता है, इसके लिए नौ सिफारिशें कीं। उसने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी कंपनियों को इसी तरह की गतिविधियों को करते समय बैंकों की तरह पूंजी को अलग रखना चाहिए।
क्रिप्टो पर नकेल कसने की तैयारी
वर्तमान में अधिकांश देशों में क्रिप्टो बाजार काफी हद तक अनियमित हैं। इनके लिए कोई विशेष नियम कानून नहीं हैं। इनके ऊपर केवल मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग के नियम लागू होते हैं। नियामकों ने निवेशकों को चेतावनी दी है कि अगर वे क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाते हैं तो वे जोखिम उठा रहे हैं। एफएसबी की अध्यक्षता करने वाले डच केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष क्लास नॉट ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी में हाल ही में तेज गिरावट ने बोर्ड के इस आकलन को मजबूत किया है कि इस बाजार में संरचनात्मक खामियां हैं।
हो सकता है बड़ा फैसला
नॉट ने जी20 वित्त मंत्रियों को लिखे एक पत्र में कहा है कि वित्तीय स्थिरता के लिए वे जो जोखिम पैदा करते हैं, उसके खतरे जल्द ही सामने आ सकते हैं। एफएसबी ने क्रिप्टोकरेंसी फर्मों पर निगरानी, जोखिम और डाटा प्रबंधन के लिए एक रूपरेखा तैयार करने की सिफारिश की है। यह नियमों का उल्लंघन करने वाली क्रिप्टोकरंसी फर्मों को बंद करने भी योजना बना रही है। कोशिश यह है कि लेनदेन की गतिविधि के लिए एक ही जैसा नियम बनाया जाना चाहिए, चाहे वह क्रिप्टोएसेट कंपनी हो या बैंक।
2023 के मध्य तक अंतिम रूप दिए जाने से पहले प्रस्तावों को 15 दिसंबर तक सार्वजनिक परामर्श के लिए रखा गया है। एवॉचडॉग ने कहा कि अधिकांश मौजूदा स्टॉक इसके मार्गदर्शन को पूरा नहीं करते हैं।