जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और जेकेएनसी पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर फारुख अब्दुल्ला को ईद-ए-मिलाद-उल-नबी के मौके पर हजरतबल दरगाह जाने से रोक दिया गया। सिर्फ यही नहीं उन्हें उनके घर में दोबारा नजरबंद कर दिया गया है। उन्हें उनके घर से निकलने की इजाजत नहीं दी जा रही।
जेकेएनसी ने प्रशासन के इस कदम की निंदा करते हुए, इसे पूजा करने के सांविधानिक अधिकारों का हनन बताया है, वो भी ईद-ए-मिलाद-उल-नबी के खास मौके पर। बताया जा रहा है कि आज सुबह जब वह ईद की नमाज अदा करने के लिए निकले तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक लिया।
डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि वह किसी राजनीतिक कार्यक्रम में नहीं बल्कि ईद की नमाज अदा करने के लिए दरगाह जाना चाहते हैं परंतु उनकी बात को अनसुना कर दिया गया। सूत्रों का कहना है कि नमाज अदा करने की आड़ में डॉ. फारुख अब्दुल्ला ने वहां एक सभा बुलाई हुई थी।
जिसे उन्होंने संबोधित करना था। पुलिस को इस बारे में पता चल गया और उन्होंने डॉ. अब्दुल्ला को घर से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी।