निर्भया गैंगरेप केस के दोषियों को तीन मार्च को फांसी होनी है। तिहाड़ में इन दिनों फांसी की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच दोषियों के उग्र होने की भी खबरें आ रही हैं। वहीं इनके वकील इन्हें बचाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे। कोई चुनाव आयोग में याचिका दायर कर रहा है तो कोई दोबारा नई दया याचिका राष्ट्रपति को भेज रहा है। इस बीच खबर आई थी कि दोषी मुकेश की मां अदालत में बेटे की फांसी रोकने के लिए रो पड़ी थीं।
दोषी मुकेश वही है जो 2015 में बीबीसी की एक डॉक्यूमेंट्री में भी दिखा था और उसने दुनिया के सामने अपने विचार रखे थे। उस डॉक्यूमेंट्री में मुकेश ने जो बातें कही थीं वह उसकी सोच सामने लाती है। जानिए तब क्या कहा था मुकेश ने….
मुकेश सिंह ने बीबीसी 4 के लिए लेसली उड्विन से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए कहा कि बलात्कार के लिए पुरुषों से ज्यादा महिलाएं जिम्मेदार हैं। मुकेश से बातचीत और उसके वकीलों की राय बीबीसी 4 पर दिखाई जाने वाली एक डॉक्यूमेंट्री- ‘इंडियाज डॉटर’ यानि ‘भारत की बेटी’ का हिस्सा हैं जो ब्रितानी फिल्मकार लेसली उडविन ने तैयार की थीं।
दिसंबर 2012 की उस रात ‘निर्भया’ अपने एक पुरुष दोस्त के साथ घर लौटते वक्त एक बस पर सवार हुई। बस में निर्भया से छेड़छाड़ का विरोध होने पर उसके दोस्त को बेरहमी के साथ पीटा गया और बस के पिछले हिस्से में निर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इस घटना पर मुकेश सिंह ने डॉक्यूमेंट्री में कहा था- ‘शालीन महिलाओं को रात में नौ बजे के बाद घर से बाहर नहीं घूमना चाहिए। दुष्कर्म के लिए लड़की हमेशा लड़के से ज्यादा जिम्मेदार होती है। लड़का और लड़की बराबर नहीं हैं। लड़की को घर का काम करना चाहिए, न कि रात को डिस्को या बार में जाकर गलत काम करने और खराब कपड़े पहनने चाहिए।’
‘निर्भया’ के साथ हुई हिंसा पर मुकेश ने कहा था- ‘दुष्कर्म के वक्त उसे (निर्भया को) विरोध नहीं करना चाहिए था। उसे चुपचाप दुष्कर्म होने देना चाहिए था। अगर ऐसा होता तो हम उसे बिना कोई नुकसान पहुंचाए छोड़ देते, और सिर्फ उसके दोस्त की पिटाई की जाती।’
फांसी की सजा पर मुकेश का कहना था, ‘मौत की सजा से लड़कियों के लिए खतरा बढ़ जाएगा। अब अगर कोई रेप करेगा तो वह लड़की को (जीवित) नहीं छोड़ेगा, जैसा हमने किया। वो उसे जान से मार देगा।