चूहों को मारने के लिए अब टीमें मेडिकल कॉलेज पहुंचकर चूहों को पकड़ने और मारने का काम कर रही हैं. मेडिकल कॉलेज में बीते 15 दिनों से पेस्ट कंट्रोलिंग का काम जारी है. अब तक 1500 चूहों को टेंडर लेने वाली कंपनी ने मारा है.
छत्तीसगढ़ में बस्तर के सबसे बड़े अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में चूहों ने आतंक फैला रखा है. मेडिकल कॉलेज के चूहों से डॉक्टरों के साथ-साथ मरीज भी परेशान हैं. कभी चूहे यहां मरीजों की दवाइयों को चट कर जाते हैं, तो कभी ग्लूकोज की पूरी बोतल डकार जाते हैं. इससे परेशान होकर अब मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन ने पेस्ट कंट्रोल की टीम की मदद ली है और एक टेंडर जारी किया है. बताया जा रहा है कि चूहों को मारने के लिए करीब 10 लाख रुपए खर्च होंगे.
कहा जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज में तैनात डॉक्टरों और नर्सों को चूहों के आतंक से निपटने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी दिया गया है, जिससे वह हेल्पलाइन में फोन कर सकते हैं. जानकारी मिली है कि मेडिकल कॉलेज में कई दिनों से पेस्ट कंट्रोलिंग का काम जारी है और अब तक 1500 से ज्यादा चूहों को मार गिराया गया है, लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में मेडिकल कॉलेज के अंदर चूहें मौजूद हैं.
चूहों के आतंक का वायरल वीडियो
चूहों के आतंक को लेकर हाल ही में एक वीडियो भी सामने आया था. अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन की ओर से यह वीडियो बनाया गया था, जिसमें साफ तौर पर देखा जा रहा है कि किस तरह एक चूहा ग्लूकोज की बोतल में सेंधमारी कर ग्लूकोज पी रहा है.
अब तक 1500 चूहों को मारा गया
चूहों को मारने के लिए अब टीमें मेडिकल कॉलेज पहुंचकर चूहों को पकड़ने और मारने का काम कर रही हैं. मेडिकल कॉलेज में बीते 15 दिनों से पेस्ट कंट्रोलिंग का काम जारी है. अब तक 1500 चूहों को टेंडर लेने वाली कंपनी ने मारा है. बताया जा रहा है कि अब तक जितने चूहों को मारा गया है, उनसे कई गुना चूहे अब भी मेकाज में मौजूद हैं. पूरे मामले को लेकर बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार ने कहा यह समस्या अक्सर बड़े अस्पतालों में होती रही है इसके लिए पेस्ट कंट्रोल का उपाय अपनाया जाता है.