बिहार के गोपालगंज जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां पर जिले के भोरे थाना क्षेत्र के सिसई गांव से छत्तीसगढ़ की एसीबी टीम ने पूर्व आईएएस और छत्तीसगढ़ अबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि अरुणपति त्रिपाठी के ऊपर 776 करोड़ रुपए घोटाला का आरोप है और वह पिछले तीन महीने से फरार चल रहे थे।
गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सचिव अरुण पति त्रिपाठी गोपालगंज में छिपे हुए है। गुप्त सूचना के आधार पर छत्तीसगढ़ की एसीबी टीम ने बिहार पुलिस की मदद से गोपालगंज के भोरे थाना क्षेत्र के सिसई गांव में छापेमारी की और अरुण पति त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अरुणपति को छत्तीसगढ़ की एसीबी पुलिस को सौंप दिया गया। इस मामले को लेकर गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि अरुण पति त्रिपाठी पर 776 करोड़ के घोटाले का मामला दर्ज है।
बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले प्रकाश पति त्रिपाठी के पुत्र अरुण पति त्रिपाठी 9 माह तक जेल में रहने के बाद बाहर निकले थे और बीते जनवरी माह से ही फरार चल रहे थे। छत्तीसगढ़ पुलिस की इनपुट पर गोपालगंज के भोरे थाना क्षेत्र के सिसई गांव से अरुण पति त्रिपाठी को गिरफ्तार किया। इन पर ईडी ने भी केस दर्ज कर रखा है। वहीं, गिरफ्तारी के बाद पूर्व विशेष सचिव अरुण पति त्रिपाठी का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वे छतीसगढ़ में नई सरकार गठन होने के बाद साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगा रहे हैं।