छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी गंभीर रूप से बीमार हैं और उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं है। चिकित्सक उनके मस्तिष्क को क्रियाशील करने के लिए उनके पसंदीदा गाने उन्हें सुनवा रहे हैं।
रायपुर के श्री नारायणा अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉक्टर सुनील खेमका ने मंगलवार को यहां बताया कि 74 साल के जोगी की स्थिति लगातार चिंताजनक बनी हुई है। उनका हृदय, ब्लड प्रेशर और यूरिन आउटपुट नियंत्रित है। उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है।
खेमका ने बताया कि जोगी की न्यूरोलॉजिकल (मस्तिष्क) गतिविधियां लगभग नहीं के बराबर हैं। चिकित्सा नियमों के तहत उपचार जारी है और चिकित्सक उनके मस्तिष्क को क्रियाशील करने का पूरा प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सोमवार से जोगी को ऑडियो थेरेपी भी दी जा रही है, जिसके तहत उनके पसंदीदा गानों को उन्हें ईयरफोन लगा कर सुनवाया जा रहा है। इससे यह कोशिश की जा रही है कि सामान्य प्रक्रिया से उनके मस्तिष्क को जागृत किया जाए लेकिन अभी तक इसमें सफलता नहीं मिली है।
खेमका ने बताया कि मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर श्री नारायणा अस्पताल के समस्त नर्सिंग स्टाफ ने परमपिता परमेश्वर से अजीत जोगी के शीघ्र स्वास्थ होने की कामना की। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री जोगी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
परिवार के सदस्यों के अनुसार अजीत जोगी शनिवार सुबह व्हीलचेयर पर गार्डन में घूम रहे थे। इस दौरान उन्होंने इमली खाई और बाद में वह अचानक बेहोश हो गए।
भारतीय प्रशासनिक सेवा से राजनीति में आए अजीत जोगी वर्तमान में मारवाही क्षेत्र से विधायक हैं। उनकी पत्नी रेनु जोगी कोटा क्षेत्र से विधायक हैं।
जोगी वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के दौरान यहां के पहले मुख्यमंत्री बने तथा वर्ष 2003 तक मुख्यमंत्री रहे। राज्य में वर्ष 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी से पराजित हो गई थी। राज्य में कांग्रेस नेताओं से मतभेद के चलते जोगी ने वर्ष 2016 में नई पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का गठन कर लिया था और वह उसके प्रमुख हैं।