बहुचर्चित सोशल क्रेडिट सिस्टम के नियमों पर खरा ना उतरने के बाद चीन ने करीब 169 लोगों को ब्लैक लिस्ट किया है. अब इन सभी लोगों को देश में फ्लाइट या ट्रेन में सफर जैसी सुविधा प्राप्त नहीं हो पाएगी, इन सभी के नाम वेबसाइट पर सार्वजनिक भी कर दिए गए हैं. ऐसा पहली बार हुआ है कि सभी की पहचान को सार्वजनिक किया गया है.
अगर आप सार्वजनिक स्थानों पर नियमों का उल्लंघन करते हैं, बैंकिंग लेन-देन में गड़बड़ी करते हैं या फिर सरकार के नियमों का भी उल्लंघन करते हैं तो सोशल क्रेडिट सिस्टम के तहत आपकी रेटिंग कम हो जाती है. जिसके बाद ये कड़ा फैसला लिया गया है.
चीन ने 2013 में इस क्रेडिट सिस्टम की शुरुआत की थी, जल्द ही इसके तहत देश के सभी नागरिकों को लाया जाएगा. इस सिस्टम ने सरकार की ओर से कई जगह कैमरे और अन्य तरह के सॉफ्टवेयर इंस्टाल किए हुए हैं जो आपकी गतिविधियों पर नज़र रखते हैं. अभी इसमें 169 लोगों के नाम दिए गए हैं, बताया जा रहा है कि ये लिस्ट मासिक तौर पर अपडेट होगी.
चीन में यह सिस्टम 2014 से काम कर रहा है, लेकिन 2020 तक इसके तहत पूरी जनसंख्या कवर हो जाएगी. वहीं खराब रेटिंग वालों को ब्लैकलिस्ट भी किया जा रहा है. अभी तक क्या हुआ असर…
– अभी तक के आंकड़ों को मानें तो करीब 9 मिलियन (90 लाख) लोगों को खराब रेटिंग मिली है. इन्हें ये खराब रेटिंग उनके कोर्ट केस या डिफॉल्ट के आधार पर मिली है. खराब रेटिंग वालों के एअर टिकट लेने पर पाबंदी लगा दी गई है.
– इसके अलावा करीब 3 मिलियन (30 लाख) लोगों को खराब क्रेडिट परफॉर्मेंस के आधार पर ही ट्रेन की टिकट लेने से भी बैन कर दिया गया.