चीन ने बुधवार(24 जुलाई) को प्रकाशित एक राष्ट्रीय रक्षा योजना में एक आधुनिक, उच्च तकनीक वाली सेना बनाने की योजना की रूपरेखा पेश की है। चीन ने साथ ही अमेरिका को लेकर कहा कि वैश्विक रणनीतिक स्थिरता को कम करने और ताइवान की स्वतंत्रता के खिलाफ चेतावनी देने का आरोप लगाया। चीन ने बुधवार को प्रकाशित हुई ‘राष्ट्रीय रक्षा योजना’ में आधुनिक और उच्च-तकनीक से लैस सेना बनाने का खाका तैयार कर लिया है। साथ ही उसने अमेरिका पर वैश्विक रणनीतिक स्थिरता के महत्व को कमतर करने का आरोप लगाया और ताइवान की आजादी को लेकर आगाह किया।
साल 2012 के बाद से पहले श्वेतपत्र में दुनिया की सबसे बड़ी सेना और बीजिंग की सैन्य महत्वाकांक्षाओं का दुर्लभ नजरिया पेश किया गया है। दस्तावेज में कहा गया है, ‘अंतरराष्ट्रीय रणनीतिक प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।’ इसमें कहा है कि अमेरिका ने अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा रणनीतियों को समायोजित किया है और उसने एकपक्षीय नीतियां अपनाई हैं। अमेरिका ने प्रमुख देशों के बीच प्रतिस्पर्धा को भड़काया जिससे उसका रक्षा खर्च बढ़ा। अमेरिका के बाद चीन अपनी सेना पर सबसे अधिक खर्च करने वाला दूसरा देश है। इसने इस साल की शुरुआत में कहा था कि उसकी योजना 2019 में रक्षा खर्च में 7.5 फीसदी तक बढ़ोतरी करने की है।