पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता स्वामी चिन्मयानंद पर लगे यौन उत्पीड़न के मामले में अदालत ने चिन्मयानंद की न्यायिक हिरासत को 14 दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। स्वामी चिन्मयानंद की अगली पेशी 30 अक्टूबर 2019 को होगी।बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चिन्मयानंद की पेशी हुई थी।
लॉ कॉलेज की छात्रा ने चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का इल्जाम लगाया था। स्वामी चिन्मयानंद 20 सितंबर 2019 से जेल में कैद हैं। बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जेल से उनकी पेशी की गई। अदालत द्वारा चिन्मयानंद की 14 दिन की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई है। अब चिन्मयानंद की अगली पेशी 30 अक्टूबर 2019 को होगी। चिन्मयानंद के वकील का कहना है कि वह स्वामी चिन्मयानंद की जमानत के लिए उच्च न्यायालय मैं अपील करेंगे।
चिन्मयानंद मामले से जुड़ा हुआ एक और वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में कथित तौर पर खुद को जेल से रिहा बंदी करार देते हुए एक युवक चिन्मयानंद को जेल में विशेष सुविधा दिए जाने के इल्जाम लगा रहा है। हालांकि, जेल प्रशासन ने इन आरोपों को सिरे से नकार रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि चिन्मयानंद के साथ आम कैदियों की तरह ही व्यवहार हो रहा है।