चार दिसंबर से उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में सफर महंगा हो जाएगा। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम द्वारा बसों का किराया गुरुवार से बढ़ाने के बाद उत्तराखंड ने उत्तर प्रदेश के सीमाक्षेत्र में अपनी बसों के किराए में वृद्धि का फैसला लिया है। बढ़े किराए में वाल्वो बसों में प्रति किमी 23 पैसे एवं एसी बसों में 21 पैसे की वृद्धि होगी। जनरथ की सेवा में 13 पैसे जबकि साधारण बस सेवा में किराया 10 पैसे प्रति किमी बढ़ेगा। यानी दून-दिल्ली मार्ग पर वाल्वो बस का किराया 46 रुपये, एसी बस का 42 रुपये, जनरथ का 26 रुपये और साधारण का किराया 20 रुपये बढ़ जाएगा।
उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें उत्तर प्रदेश की सीमा में जितने किलोमीटर चलेंगी उसी हिसाब से किराया अधिक देना होगा। उत्तराखंड की बसें उत्तर प्रदेश के कईं शहरों के लिए संचालित होती हैं। यही नहीं प्रदेश के अधिकतर डिपो से दिल्ली और गुरूग्राम समेत फरीदाबाद, जयपुर, अंबाला, पानीपत जाने वाली बसें भी उत्तर प्रदेश के सीमाक्षेत्र से होकर गुजरती हैं।
इसके साथ उत्तराखंड की बसें यूपी के लखनऊ, कानपुर, आगरा, सहारनपुर, अलीगढ़ भी जाती हैं। उत्तराखंड की देहरादून से दिल्ली जाने वाली बसें यूपी के क्षेत्र में करीब 200 किमी चलती हैं और हल्द्वानी मार्ग पर करीब 100 किमी। आगरा मार्ग पर 365 किमी, लखनऊ मार्ग पर 575 किमी एवं कानपुर मार्ग पर 565 किमी यूपी का क्षेत्र पड़ता है। उत्तराखंड में दून-हल्द्वानी व नैनीताल मार्ग पर भी एक बड़ा भाग यूपी की सीमा में पड़ता है।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बोर्ड ने अपनी बसों में किराया बढ़ाने का निर्णय लिया था जो गुरुवार से लागू कर दिया गया। जिसकी वजह से अब उत्तराखंड को भी यूपी क्षेत्र में चलने वाली अपनी बसों में किराया बढ़ाना पड़ा है। उत्तराखंड परिवहन निगम के जीएम दीपक जैन ने बताया कि यूपी क्षेत्र में चलने पर बढ़े किराए का प्रस्ताव बन गया है। इसे शुक्रवार को शासन में भेजा जाएगा। मंजूरी मिलते ही शनिवार से बढ़ा किराया लागू हो जाएगा।
जल्द पड़ सकती है दोहरी मार
उत्तराखंड की बसों से सफर करने वाले यात्रियों को जल्द किराया वृद्धि की दोहरी मार झेलनी पड़ सकती है। कारण यह कि एक वर्ष से अधिक समय से उत्तराखंड ने किराया बढ़ोतरी का प्रस्ताव राज्य परिवहन प्राधिकरण को दिया हुआ है। इसकी बैठक इसी माह होनी है। अगर किराया बढ़ाने का फैसला हुआ तो उत्तराखंड के अंदर चलने वाली बसों में किराया बढ़ जाएगा।