ट्रेन बिना इंजन के दो किलोमीटर तक चली गई। 21 कोच वाली इस ट्रेन के यात्रियों ने तब राहत की सांस ली जब ट्रेन अलीपुरद्वार के मदारीहाट स्टेशन से कुछ दूर जाकर रुकी। बेंगलुरु-तिनसुकिया के बीच चलने वाली सुपरफास्ट ट्रेन में बैठे यात्रियों के लिए गुरुवार का दिन बहुत भयानक रहा। यात्रियों की जान उस समय अटक गई जब तेज रफ्तार से चल रही इस ट्रेन से इंजन अलग गया।
ट्रेन के रुकने के बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने बोगियों में फिर से इंजन जुड़वाया। ठीक से जांच करने के बाद ट्रेन को दोपहर डेढ़ बजे रवाना किया जा सका।
यह हादसा गुरुवार की सुबह लगभग नौ बजे हुआ। ट्रेन असम जा रही थी। तभी अचानक बोगियों से इंजन अलग हो गया। इस बात का अहसास लगभग पांच से सात मिनट के अंदर ही ड्राइवर को हो गया। ड्राइवर ने इसकी सूचना तत्काल अलीपुरद्वार डिविजन के अधिकारियों को दी। ट्रेन रुकने के बाद भी यात्री दहशत में रहे।
अयोध्या विवाद: इकबाल अंसारी की बढ़ाई गई सुरक्षा, बोले- योगी का प्रशंसक, जो बिना किसी भेदभाव के काम कर रही…
हादसे में कोई घायल नहीं
इस हादसे में किसी के भी घायल होने की सूचना नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि एसी स्पेशल ट्रेन से इंजन अलग होने के बाद वह धीरे-धीरे जाकर अपने आप रुक गई। जिस समय इंजन कोचों से अलग हुआ, उस समय ट्रेन की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की थी।