घर में मां लक्ष्मी का स्वरूप मां ललिता श्री का प्रतीक हैं और ध्यान रहे जिसमें सोलह चिन्ह बने होते हैं वही मां लक्ष्मी चरण पादुका जहां भी स्थापित की जाती हैं. कहा जाता है जहाँ ऐसी चरण पादुका होती है वहां से समस्याओं का नाश हो जाता है और वही इसकी स्थापना से धनाभाव समाप्त होकर स्थाई धन संपत्ति का मार्ग प्रशस्त हो जाता हैं. ऐसा कहते हैं कि अगर इसे मकान, दुकान, आफिस या फिर कही भी दरवाजे पर चिपका दिया जाए ताओ यह बहुत ही शुभ माना जाता हैं और अष्ठ धातु से निर्मित यह चरण पादुका सुख और समृद्धि के लिए निश्चित ही उपयोगी सामग्री हैं.
आप सभी को बता दें कि माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए लोग यज्ञ करते हैं और अनुष्ठान करते हैं, लेकिन केवल एक उपाय से नही मां लक्ष्मी का घर में वास रहता हैं और अगर वह कर लिया जाए तो जीवनभर पैसों की कमी नहीं होती है. जी हाँ, आज हम आपको वही उपाय बताने जा रहे हैं. जी दरअसल हम बात कर रहे हैं माता लक्ष्मी की चरण पादुका की जिसे अगर घर में रख लिया जाए तो बहुत सा लाभ मिलता है और बरकत भी जमकर होती है.
इसी के साथ हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक महालक्ष्मी के चरणों में सोलह शुभ चिन्ह बने होते हैं और यह चिन्ह अष्ट लक्ष्मी के दोनों पावों से उपस्थित 16 षोडश चिन्ह हैं, जो के 16 कलाओं का प्रतीक माना जाता हैं. कहते हैं शास्त्रों में माता लक्ष्मी को षोडशी भी कहकर पुकारा जाता हैं. आइए जानते हैं कौन सी हैं वो सोलह कलाएं- 1.अन्नमया, 2.प्राणमया, 3.मनोमया, 4.विज्ञानमया, 5.आनंदमया, 6.अतिशयिनी, 7.विपरिनाभिमी, 8.संक्रमिनी, 9.प्रभवि, 10.कुंथिनी, 11.विकासिनी, 12.मर्यदिनी, 13.सन्हालादिनी, 14.आह्लादिनी, 15.परिपूर्ण, 16.स्वरुपवस्थित.