भगवान शिव अपने भक्तों की भक्ति से जल्द प्रसन्न होकर उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए ऐसे कई मंत्र हैं, जिनका नित्य जाप कर मनोकामनाएं पूरी की जा सकती हैं।
शिवपुराण में ऐसे बहुत से मंत्रों का वर्णन किया गया है, जो मानव कल्याण के लिए बेहद प्रभावी हैं। महाशिवरात्रि पर आप भी इन मंत्रों का जाप कर भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं। 21 फरवरी, शुक्रवार को महाशिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाएगा।
इस मंत्र का जाप करने से वैभव व ऐश्वर्य की कामना पूरी होती है। ऐसा चमत्कारी मंत्र है, जिसके नित्य जाप से कुंडली में मौजूद दोष दूर हो जाते हैं।
महामृत्युंजय मंत्र- ‘ऊं त्रयम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनं उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मोक्षिय मामृतात्।’
शिवपूजा का सर्वमान्य पंचाक्षर मंत्र ‘ॐ नमः शिवाय’,जो प्रारंभ में ॐ के संयोग से षडाक्षर हो जाता है, भोले नाथ को शीघ्र ही प्रसन्न कर देता है। यह मंत्र शिव तथ्य है जो सर्वज्ञ, परिपूर्ण और स्वभावतः निर्मल है इसके समान अन्य कोई नहीं है। हृदय में ‘ॐ नमः शिवाय’ का मंत्र समाहित होने पर संपूर्ण शास्त्र ज्ञान एवं शुभकार्यों का ज्ञान स्वयं ही प्राप्त हो जाता है।
घर में सुख- शांति और आर्थिक समस्याओं से निपटने के लिए ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए।
स्त्रियों के लिए सर्वोत्तम मंत्र है “ ॐ पार्वतीपतये नमः”। इस मंत्र के जाप से भगवान भोलेनाथ के साथ ही माता पार्वती का आर्शिवाद भी मिलता है और विवाह में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं।
- ॐ तत्पुरुषाय विदमहे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्।’
शिव गायत्री मंत्र का पाठ सरल एवं अत्यंत प्रभावशील है।