सावन माह भगवान शिव को अति प्रिय है। इस पवित्र माह में वास्तु के कुछ आसान से उपायों का पालन करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त की जा सकती है। सावन माह में इन उपायों को आजमाने से सकारात्मक ऊर्जा में अप्रत्याशित वृद्धि होती है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
सावन माह में नंदी पर सवार भगवान शिव का चित्र घर के मंदिर में स्थापित करें। भगवान शिव को नीले रंग के पुष्प अर्पित करें। अच्छे स्वास्थ्य और सौभाग्य के लिए पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करें। सावन माह में एक समय ही भोजन करना चाहिए। भगवान शिव का त्रिशूल तीनों लोक का प्रतीक है। सावन मास में चांदी का त्रिशूल घर में लाने से आपदाओं से रक्षा होती है। डमरू भगवान शिव का पवित्र वाद्य यंत्र है। इसकी ध्वनि से समस्त नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं।
आरोग्य के लिए भी डमरू की ध्वनि असरकारक मानी गई है। सावन माह में डमरू को घर में लाएं या किसी बच्चे को इसे उपहार में दें। भगवान शिव अपने पैरों में चांदी का कड़ा धारण करते हैं। सावन मास में चांदी का कड़ा घर में लाने से तीर्थ यात्रा के योग बनते हैं। घर में आरती करते समय दो दीपक जलाएं।
आरती संपन्न होने के बाद एक दीपक भगवान शिव के समक्ष रहने दें, दूसरे दीपक को घर के आंगन में रख दें। ऐसा करने से घर से नकारात्मक शक्ति दूर हो जाती हैं। सावन माह में घर में भगवान शिव के अर्द्धनारीश्वर स्वरूप की प्रतिमा स्थापित करें। सावन माह में रुद्राक्ष धारण करने से मन को शांति प्राप्त होती है।