दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में दिव्यांग व 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता घर बैठे मतदान कर सकें। इसके लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने तैयारी की है। इसके लिए वोटर हेल्पलाइन नंबर (1950) पर दिव्यांग (पर्सन विद डिसएबिलिटी) लोगों के शिकायत दर्ज कराने के लिए अलग से व्यवस्था की गई है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह ने कहा कि मतदान में अधिक से अधिक दिव्यांगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। वह खुद हेल्पलाइन नंबर पर दिव्यांगों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों की निगरानी करेंगे।
वोटर हेल्पलाइन नंबर पहले से मौजूद है, जिस पर कोई भी मतदाता मदद के लिए कॉल कर सकते हैं। दिव्यांगों के लिए अब एक अलग लाइन उपलब्ध कराई गई है। दिल्ली में एक करोड़ 46 लाख 92 हजार 136 मतदाता हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अधिकारी बताते हैं कि मौजूदा समय में मतदाता सूची में 55 हजार दिव्यांग मतदाता पंजीकृत हैं, जबकि अनुमान है कि दिव्यांगों की संख्या करीब एक लाख हो सकती है।
बता दें कि समाज कल्याण विभाग में करीब 85 हजार दिव्यांग पंजीकृत हैं। इस तरह कम से कम 30 हजार दिव्यांगों के पास मतदाता पहचान पत्र नहीं है या फिर उनका नाम पीडब्ल्यूडी श्रेणी (पर्सन विद डिसएबिलिटी) में दर्ज नहीं है।
जबकि दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान केंद्र तक लाने और वापस छोड़ने सहित कई तरह की सुविधाएं दी जाती है। इस बार घर भी मतदान करने की व्यवस्था की जा रही है, इसलिए जिन लोगों का नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं है वे नाम जुड़वा सकते हैं।
साथ ही 80 साल से अधिक उम्र वाले मतदाताओं की संख्या दो लाख पांच हजार है। उन्हें भी घर बैठे मतदान की सुविधा मिलेगी। झारखंड विधानसभा चुनाव में भी दो-तीन जिलों में इस तरह की व्यवस्था की गई थी, लेकिन वहां सिर्फ 128 मतदाताओं ने ही इस सुविधा का लाभ लिया। दिल्ली में सभी विधानसभा क्षेत्रों में यह सुविधा दी जाएगी।