बारिश के मौसम में कई तरह के इन्फेक्शन होने लगते हैं. इसका असर पैरों पर ज्यादा पड़ता है. पैरों में खुलजी ज्यादातर फंगल इंफेक्शन के कारण होता है. यह टिनिया पेडिस नामक फंगस की वजह से होता है. इससे बचना जरुरी है नहीं तो ये आपके पैरों को ख़राब भी कर सकती है. यह फंगस त्वचा और नाखूनों को प्रभावित करते हैं. खुजली के साथ-साथ रूखी त्वचा, जलन और फटी एड़ियों जैसी समस्या भी होती है. यह समस्या अधिकतर पैरों के अंगूठें में होता है, लेकिन साथ ही नाखूनों और तलवों पर भी होता है. टिनिया पेडिस मॉइश्चर की वजह से होता है. अगर आप पानी में अधिक रहते हैं तो ये आपको हो सकती है. इससे बचने के कुछ घरेलु तरीके बताने जा रहे हैं.
नमक:
नमक में कई तरीके के केमिकल होते हैं जो पैरों के फंगस को नष्ट करते हैं और खुजली की समस्या को दूर करते हैं.
कैसे इस्तेमाल करें: एक टब में गुनगुना पानी डालें और उसमें नमक मिलाएं. अब पैरों को 10-15 मिनट तक उसमें डालकर छोड़ दें और फिर तौलिए से पोछ लें. इस प्रक्रिया को सप्ताह में 3-4 बार जरूर करें.
दही:
दही में मौजूद गुड बैक्टीरिया होता है जो इंफेक्शन को ठीक करता है और फंगस को दूर करता है.
कैसे इस्तेमाल करें: दही को प्रभावित हिस्से पर लगाकर 20 मिनट तक छोड़ दें और फिर धो लें और तौलिए से साफ कर लें. इस प्रक्रिया को दिन में दो बार दोहराएं.
विनेगर:
विनेगर में एंटीसेप्टिक होता है जो फंगल इंफेक्शन को बेहतर करता है और मॉइश्चर को भी अवशोषित करता है.
कैसे इस्तेमाल करें: टब में गुनगुना पानी लें और उसमें 1 चम्मच विनेगर मिलाएं और पैरों को उसमें डालकर 15 मिनट तक छोड़ दें. फिर तौलिए से साफ कर लें. बेहतर परिणाम के लिए सप्ताह में 2 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं.
लहसुन:
लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होता है जो पैरों के सूजन और इंफेक्शन को कम करता है.
कैसे इस्तेमाल करें: लहसुन का पेस्ट बनाएं और उसमें 3-4 चम्मच जैतून का तेल मिला लें. इस मिश्रण को प्रभावित हिस्से पर लगाएं और 30 मिनट तक छोड़ दें. अब एंटीफंगल साबून से पैरों को धो लें, फिर तौलिए से साफ कर लें. इस प्रक्रिया को रोजाना करें.